नेताओं के प्रताड़ना से तंग यूपी में लगातार दूसरे दिन एक और अधिवक्ता ने की खुदकुशी
अधिवक्ता द्वारा खुद को गोली मारने की सूचना मिलते ही मौके पर एसपी व अपर एसपी ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की। पुलिस ने मौके से लाइसेंसी रायफल व एक सुसाइड नोट बरामद किया है। मृतक ने सुसाइड नोट में कबरई ब्लॉक प्रमुख द्वारा झूठे मुकदमे में फंसाने और जान से मारने की साजिश रचने के चलते आत्महत्या का कदम उठाए जाने की बात लिखी है।
महोबा। उत्तर प्रदेश के महोबाद जिले में एक और अधिवक्ता ने एक दबंग नेता से परेशान होकर मौत को गले लगा लिया है। इससे पहले मेरठ में एक अधिवक्ता ने खुदकुशी की थी।
मालूम हो कि अधिवक्ता मुकेश पाठक ने ब्लॉक प्रमुख कबरई छत्रपाल यादव व उसके साथियों द्वारा बेटे से 60 लाख रुपये वसूले जाने और रिपोर्ट दर्ज कराने पर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दिए जाने से परेशान थे। पाठक ने रविवार सुबह ने अपनी लाइसेंसी रायफल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
सूचना पर पहुंचे एसपी
अधिवक्ता द्वारा खुद को गोली मारने की सूचना मिलते ही मौके पर एसपी व अपर एसपी ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की। पुलिस ने मौके से लाइसेंसी रायफल व एक सुसाइड नोट बरामद किया है। मृतक ने सुसाइड नोट में कबरई ब्लॉक प्रमुख द्वारा झूठे मुकदमे में फंसाने और जान से मारने की साजिश रचने के चलते आत्महत्या का कदम उठाए जाने की बात लिखी है।
जांच में जुटी पुलिस
पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। गौरतलब है कि 7 दिन पहले अधिवक्ता ने ब्लॉक प्रमुख कबरई समेत पांच लोगों के खिलाफ शहर कोतवाली में 60 लाख रुपये वसूले जाने का मुकदमा दर्ज कराया था। घटना के बाद से परिजनों का रो.रोकर बुरा हाल है।
शनिवार को मेरठ में अधिवक्ता ने लगाई थी फांसी
इससे पहले शनिवार को मेरठ के मीनाक्षीपुरम में रहने वाले अधिवक्ता ओमकार तोमर ने फांसी लगाकर खुदकुशी की थी। सूचना पर पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी मिला था, सुसाइड नोट में हस्तिनापुर से भाजपा विधायक दिनेश खटीक और एक ग्राम प्रधान पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है।
बताया गया कि अधिवक्ता का बेटा हाईकोर्ट में वकील है और उसका पत्नी से विवाद चल रहा है। इसी बात को लेकर दोनों में विधायक समझौता करा रहे थे। पुलिस ने मामले में हस्तिनापुर विधायक दिनेश खटीक समेत 14 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।