सूबे के सियासी समीकरण बदल सकती है टूंडला की किसान महापंचायत, सरकार कर सकती हैं बड़ा एलान
27 सितंबर को भारत बंद के विरोध के साथ भानू गुट ने तीन अक्टूबर की महापंचायत का एलान करते हुए लखनऊ में डेरा डाल दिया था। महापंचायत में शामिल होने के लिए शनिवार को प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही का कार्यक्रम आया था। इसके बाद भी राष्ट्रीय अध्यक्ष लखनऊ में जमे रहे।
आगरा। यूपी चुनाव से पहले किसानों को अपने पक्ष में करने के लिए बीजेपी आज महापंचायत करने जा रही है। आपकों बता दें कि सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ देश में 11 महीने से चल रहे किसान आंदोलन चल रहा है।
रविवार को होने वाली भाकियू भानु की महापंचायत से सूबे के सियासी समीकरण बदल सकते हैं। महापंचायत में कृषि मंत्री के बाद शनिवार की शाम उपमुख्यमंत्री का कार्यक्रम तक होने के बाद इससे आसार नजर आने लगे हैं। दोपहर में लखनऊ से लौटे संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष की गर्मजोशी भी इस बात की उम्मीदें बढ़ा रही हैं।
आपकों बता दें कि प्रदेश के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बड़े किसान संगठनों में से एक भाकियू (भानू) के जनवरी से देश व्यापी आंदोलन से कदम वापस खींचने के बाद किसानों में दरार होने के आसार नजर आने लगे थे। आंदोलन से अलग होने के बाद टिकैत गुट के खिलाफ भानू प्रताप सिंह ने मोर्चा खोल दिया था।
राकेश टिकैत और उनके संगठन को कई बार आतंकवादी और तालिबानी तक कहा। इसके साथ ही आंदोलन के तहत भारत बंद का खुलकर विरोध किया। एकला चलो नीति पर निकले भानू गुट की नजदीकियां सरकार से लगातार बढ़ती गईं।
मुख्यमंत्री के साथ-साथ सरकार के प्रमुख मंत्रियों से उनकी मुलाकातें हुईं। 27 सितंबर को भारत बंद के विरोध के साथ भानू गुट ने तीन अक्टूबर की महापंचायत का एलान करते हुए लखनऊ में डेरा डाल दिया था। महापंचायत में शामिल होने के लिए शनिवार को प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही का कार्यक्रम आया था।
इसके बाद भी राष्ट्रीय अध्यक्ष लखनऊ में जमे रहे। रविवार को संगठन के मुख्यालय इमलिया पर होने वाली महापंचायत के लिए भानूप्रताप सिंह दोपहर तीन बजे लखनऊ से उत्साह से लबरेज होकर लौटे। इसके बाद साथियों के साथ बैठक की। उपमुख्यमंत्री के आने की सूचना से पहले ही दोपहर में किसान नेताओं ने हेलीपेड भी बनवा दिया।
लखनऊ से लौटे राष्ट्रीय अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह ने किसान नेता राकेश टिकैत के खिलाफ मोर्चा खोला। कहा कि उनके गुर्गों ने कहा था कि भानू प्रताप बिना सेना का सेनापति की है। अब मैं दिखाऊंगा कि भानू क्या है? टिकैत की पंचायत में हरियाणा और पंजाब के किसान आए थे, हमारी पंचायत में प्रदेश भर के किसान आएंगे।
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