लाल किले की घटना पर दोतरफा घिरी सरकार, सोशल मीडिया पर यूजर्स ने निकाली भड़ास

टीम भारत दीप |

झंडा फहराने की घटना पर गुस्सा जाहिर किया।
झंडा फहराने की घटना पर गुस्सा जाहिर किया।

गणतंत्र दिवस के मौके पर किसान प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने दिल्ली के लालकिले पर पहुंचकर कब्जा कर लिया था। इतना ही नहीं इन उपद्रवियों ने लाल किले पर प्रधानमंत्री के झंडा फहराने वाले पोल पर अपने संगठन का झंडा लगा दिया।

सोशल मीडिया डेस्क। देश की राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों के प्रदर्शन के नाम पर हुए उपद्रव के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। ट्विटर और फेसबुक पर यूजर्स ने जहां प्रदर्शन के नाम पर अराजकता फैलाने वालों को किसान के रूप में उपद्रवी बताया वहीं लालकिले की घटना पर सरकार पर भी निशाना साधा। 

बता दें कि गणतंत्र दिवस के मौके पर किसान प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने दिल्ली के लालकिले पर पहुंचकर कब्जा कर लिया था। इतना ही नहीं इन उपद्रवियों ने लाल किले पर प्रधानमंत्री के झंडा फहराने वाले पोल पर अपने संगठन का झंडा लगा दिया। 

ऐसे में सोशल मीडिया पर यूजर्स ने इसे देश का अपमान बताते हुए सरकार से सवाल पूछना शुरू कर दिया। यूजर्स ने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से उपद्रवियों के साथ सख्ती से निपटने की अपील की। इतना ही नहीं उन्होंने लाल किले की घटना को लेकर हुए इंटेलीजेंस फेलियर और झंडा फहराने की घटना पर गुस्सा जाहिर किया। 

कंगना का ट्वीट 
ट्विटर पर ट्रेंड हो रहे हैशटैग दिल्ली पुलिस लठ बजाओ के साथ ट्वीट करते हुए बाॅलीवुड अभिनेत्री कंगना रानौत ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर लालकिले पर हमला हुआ है। कोरोना संकट में हम पूरे विश्व का नेतृत्व कर रहे हैं, ऐसे में यह बहुत दुखदाई है। 

कंगना ने मांग की कि जो भी इस तथाकथित आंदोलन को सपोर्ट कर रहे हैं। उन सभी को जेल में डालो। इस देश में सरकार, कोर्ट और प्रशासन सब मजाक बनकर रह गया है। 

किसान नेताओं ने झाड़ा पल्ला 
इधर किसान रैली की अनुमति लेने वाले संयुक्त किसान मोर्चा ने मामले में कहा कि किसानों के प्रदर्शन में कुछ उपद्रवी घुस आए हैं। हमारे उनसे कोई लेना देना नहीं है। 

हालांकि इस घटना के बाद सबसे बड़ा सवाल किसान नेताओं पर खड़े हो रहे हैं। इधर शिवसेना के नेता संजय राउत ने इसे राष्ट्रीय शर्म का विषय बताया है।  


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