प्रयागराज: संघ की दो दिवसीय बैठक शुरू,इन प्रमुख मुद्दों पर होगा मंथन
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) की दो दिवसीय बैठक आज से शुरू हो गई। प्रयागराज के वशिष्ठ वात्सल्य पब्लिक स्कूल गौहनिया में हो रही बैठक में आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत और सर कार्यवाहक भैयाजी जोशी समेत प्रमुख केंद्रीय पदाधिकारी भी शामिल है।
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) की दो दिवसीय बैठक आज से शुरू हो गई। प्रयागराज के वशिष्ठ वात्सल्य पब्लिक स्कूल गौहनिया में हो रही बैठक में आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत और सर कार्यवाहक भैयाजी जोशी समेत प्रमुख केंद्रीय पदाधिकारी भी शामिल है।
बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भी शामिल होने की संभावना है। हालांकि मुख्यमंत्री के शामिल होने की आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं की गई है। इस दौरान बैठक में कई मुद्दों पर आठ सत्रों में चर्चा होगी, जिसमें लव जिहाद, धर्म परिवर्तन,अयोध्या में राम मंदिर निर्माण समेत अन्य मुद्दे भी शामिल हैं।
दरअसल आरएसएस की कार्य पद्धति में हर वर्ष अपने कार्यों की समीक्षा एवं भावी कार्ययोजना तैयार की जाती है। इसके लिए दीपावली के आसपास अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक होती है,लेकिन इस बार कोविड-19 की वजह से संघ ने अखिल भारतीय स्तर की जगह क्षेत्र के अनुसार बैठक कराने का निर्णय लिया।
बता दें कि इस बैठक में काशी,अवध,गोरक्ष एवं कानपुर क्षेत्र के प्रमुख पदाधिकारी शिरकत करेंगे। संघ सूत्रों के मुताबिक बैठक में आठ सत्र होने की संभावना है,जिसमे पहले दिन पांच और दूसरे दिन तीन सत्र हो सकते है। बताया जाता है कि आखिरी सत्र में ही संघ प्रमुख का मुख्य संदेश जारी होगा।
वहीं बैठक में आरएसएस के सर सहकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले, डॉक्टर कृष्णगोपाल, डॉक्टर मनमोहन वैद्य, मुकुंद, अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुरेश चंद्र, अखिल भारतीय सह सेवा प्रमुख राजकुमार मटाले भी शामिल होंगे। बता दें कि यमुुनापार स्थित गोहनिया में वशिष्ठ वात्सल्य पब्लिक स्कूल के आसपास का क्षेत्र शनिवार को ही छावनी में तब्दील हो गया।
इस दौरान यहां काफी संख्या में पुलिस के जवान तैनात हो गए। स्कूल परिसर के आसपास भी किसी को नहीं आने जाने दिया। दरअसल, संघ प्रमुख मोहन भागवत को जेड प्लस सुरक्षा प्रदान है। उधर, कार्यक्रम स्थल पर सीएम के भी आने की संभावना है। ऐसे में जिला प्रशासन वहां सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह की कोताही बरतने के मूड में नहीं है।
जानकारी के मुताबिक, बैठक में राम मंदिर की दिव्यता व भव्यता को लेकर जन जागरण, लव जिहाद को लेकर चिंता, पर्यावरण संरक्षण, आत्मनिर्भर भारत के लिए ग्राम्य विकास, गो संरक्षण, धर्मांतरण पर अंकुश, धर्म जागरण, स्वदेशी और कुटुम्ब प्रबोधन हैं चर्चा के संभावित बिंदुओं पर चर्चा होगी। इसके साथ ही सेवा कार्यों और समरसता के साथ सामाजिक ताने-बाने को मजबूत बनाने की रणनीति तैयार की जाएगी। बता दें कि बैठक में भाग लेने के लिए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और भैयाजी जोशी एक दिन पहले ही प्रयागराज पहुंच गए थे।