यूपी एसटीएफ के हत्थे लगे मुन्ना बजरंगी गिरोह के दो शूटर, झारखंड में की थी भाजपा नेता की हत्या
एसटीएफ वाराणसी यूनिट के डिप्टी एसपी विनोद कुमार सिंह के अनुसार झारखंड पुलिस ने सूचना दी कि भाजपा नेता जीतराम मुंडा की हत्या में वांछित अजीत प्रताप सिंह उर्फ लल्लन सिंह और राजीव कुमार सिंह के वाराणसी या जौनपुर में होने की संभावना है। इस सूचना के बाद रांची पुलिस और एसटीएफ वाराणसी यूनिट ने तफ्तीश शुरू की।
वाराणसी। कभी पूर्वांचल में दहशत के पर्याय रहे मुन्ना बजरंगी का गैंग धीरे-धीरे अपने खात्मे की ओर बढ़ रहा है। यह गैंग न केवल बल्कि पड़ोसियों राज्यों में भी दहशत फैलाने का काम करता था। इस गैंग ने झारखंड की राजधानी रांची में 22 सितंबर को भाजपा नेता जीतराम मुंडा की हत्या कर दी थी।
इस हत्याकांड में मुन्ना बजरंगी गिरोह के दो शूटरों को एसटीएफ वाराणसी यूनिट ने बनारस से गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से हत्या में इस्तेमाल जौनपुर नंबर की एक कार बरामद हुआ है। एसटीएफ वाराणसी यूनिट के निरीक्षक पुनीत परिहार और निरीक्षक अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में दोनों वांछितों को बुधवार सुबह नदेसर मिंट हाउस के पास दबोचा गया।
झारखंड पुलिस को सौंपेंगे
एसटीएफ वाराणसी यूनिट के डिप्टी एसपी विनोद कुमार सिंह के अनुसार झारखंड पुलिस ने सूचना दी कि भाजपा नेता जीतराम मुंडा की हत्या में वांछित अजीत प्रताप सिंह उर्फ लल्लन सिंह और राजीव कुमार सिंह के वाराणसी या जौनपुर में होने की संभावना है। इस सूचना के बाद रांची पुलिस और एसटीएफ वाराणसी यूनिट ने तफ्तीश शुरू की।दोनों शूटरों अजीत और राजीव की मौजूदगी मिंट हाउस तिराहे के पास मिली तो घेराबंदी करते हुए गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्त में आया अजीत प्रताप सिंह उर्फ लल्लन सिंह जौनपुर के नेवढ़िया थाना अंतर्गत काजीहद गांव और राजीव कुमार सिंह जौनपुर के बक्शा थाना अंतर्गत खुनसापुर गांव का निवासी है।
दोनों आरोपी आपस में ममेरे भाई
एसटीएफ के हाथ लगे दोनों हत्या के आरोपितों पूछताछ में बताया कि दोनों आपस में ममेरे भाई हैं। मुन्ना बजरंगी से इनका संबंध बहुत पुराना था। अजीत के पिता गजराज सिंह द्वारा मुन्ना बजरंगी को अपराध के शुरुआती दिनों में काफी सहयोग किया गया था। गजराज सिंह का कैलाश दूबे से चुनावी रंजिश था। दोनों को कैंट थाने की सुपुर्दगी में दिया गया है।
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