पत्नी की बेवफाई से दुखी पति ने प्रसाद में जहर मिलाकर अपनी और बेटी की ली जान
एएसपी राजेश सिंह भदौरिया के ने बताया कि बालमपुर में 35 वर्षीय राजपाल अहिरवार के साथ हुआ। पेशे से मजदूर राजपाल यहां बेटे अरुण 8 और साढ़े तीन वर्षीय बेटी अनुष्का के साथ रहते थे। पत्नी विमला बीती 19 नवंबर को उन्हें छोड़ गई थी।
भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक विवाहित महिला अपने प्रेमी के साथ जीवन जीने के लिए अपने पति और बेटा-बेटी को छोड़कर चली गई।
इसलिए पति ने बदनामी के डर से अपनी और बेटा-बेटी को खत्म करने की नीयत से मंदिर ले गया और प्रसाद में मिलाकर जहर खा लिया। विषाक्त पदार्थ खाने से पिता-पुत्री की तो मौत हो गई। बेटा अभी भी अस्पताल में भर्ती है।
यहा मामला भोपाल के बालमपुर गांव का है यहां एक पिता ने प्रसाद में जहर मिलाकर साढ़े 3 साल की बेटी और 8 साल के बेटे को खिला दिया। जानकारी होने पर परिवार के सदस्यों ने तीनों को अस्पताल पहुंचाया।
जहां पहले पिता ने दम तोड़ दिया फिर शुक्रवार सुबह बेटी की भी जान चली गई। बेटे की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। सूखी सेवनिया पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
भोपाल एएसपी राजेश सिंह भदौरिया के ने बताया कि बालमपुर में 35 वर्षीय राजपाल अहिरवार के साथ हुआ। पेशे से मजदूर राजपाल यहां बेटे अरुण 8 और साढ़े तीन वर्षीय बेटी अनुष्का के साथ रहते थे। पत्नी विमला बीती 19 नवंबर को उन्हें छोड़ गई थी।
सूखी सेवनिया थाने में दर्ज हुई गुमशुदगी के बाद पुलिस ने विमला को 7 दिसंबर की दोपहर तलाश लिया। बयान में विमला ने राजपाल के साथ रहने से मनाकर दिया और फिर चली गई। इसके बाद से ही राजपाल बेहद तनाव में रहते थे।
उल्टियां होते देख परिजन ले गए अस्पताल
बुधवार शाम राजपाल दोनों बच्चों को लेकर गांव के मंदिर में पूजा करने के लिए गए। पूजा के बाद उन्होंने दोनों बच्चों को प्रसाद कहकर एक-एक लड्डू खिलाया और दो खुद खा लिए। कुछ देर बाद उन्हें उल्टियां करते देख परिवार ने पूछा तो बताया कि मैंने लड्डू में जहर मिलाया था।
परिवार ने तीनों को अस्पताल पहुंचाया। इलाज के दौरान गुरुवार को राजपाल की मौत हो गई, जबकि मासूम अनुष्का ने शुक्रवार सुबह दम तोड़ दिया। अरुण का हमीदिया अस्पताल में इलाज जारी है, जो खतरे से बाहर बताया जा रहा है।