किडनी की बीमारी से जूझ रहे युवा फुटबाॅल खिलाड़ी की मदद को आगे आया खेल मंत्रालय
रामानंदा भारतीय जूनियर फुटबाॅलर हैं और 2017 के अंडर-17 एशियन फुटबाॅल टूर्नामेंट और 2015 व 13 में नेशनल लेवल टूर्नामेंट में प्रतिभाग कर चुके हैं।
स्पोट्र्स डेस्क। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फुटबाॅल टूर्नामेंट में देश का प्रतिनिधित्व कर चुका खिलाड़ी आज जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है। गरीब परिवार से होने के कारण उसके पास इलाज के भी रूपये नहीं हैं, ऐसे में खेल मंत्रालय ने उसे मदद देकर नई उम्मीद दिखाई है।
खेल मंत्री किरण रिजजू ने ट्वीट कर बताया कि मणिपुर के रहने वाले रामानंदा निंगथुजाम के इलाज के लिए मंत्रालय ने 5 लाख की धनराशि स्वीकृत कर दी है। रामानंदा भारतीय जूनियर फुटबाॅलर हैं और 2017 के अंडर-17 एशियन फुटबाॅल टूर्नामेंट और 2015 व 13 में नेशनल लेवल टूर्नामेंट में प्रतिभाग कर चुके हैं।
इतनी कम उम्र में रामानंदा किडनी की बीमारी से जूझ रहे हैं, जिस कारण उनके देखने की शक्ति भी कम हो गई है। बताया गया है कि उनके पिता रिक्शा चलाकर अपना और परिवार का पेट पालते हैं। बेटा खेल में आगे निकला तो परिवार को दिन सुधरने की उम्मीद बंधी लेकिन दुर्भाग्य से बीमारी ने सब सपने तोड़ दिए।
फुटबाॅल खिलाड़ी के इलाज के लिए मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने भी आर्थिक मदद दी थी। इसके अलावा उनके मित्रों ने फेसबुक पेज की मदद से करीब 4 लाख रूपये इलाज के लिए जुटाए। हालांकि बीमारी को देखते हुए यह रकम काफी नहीं थी।
ऐसे में खेल मंत्रालय ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय खिलाड़ी कल्याण फंड से रामानंदा के इलाज के लिए 5 लाख रूपये की मदद की है। उनका मणिपुर के शिजा अस्पताल में इलाज चल रहा है।
खेल मंत्री ने कहा सरकार हर खिलाड़ी के साथ खड़ी है, जिस किसी भी खिलाड़ी को आवश्यकता हो वह मदद के लिए खेल मंत्रालय की वेबसाइट से आवेदन कर सकता है।