उन्नाव: पुलिस पिटाई में युवक की मौत के बाद सिपाही व होमगार्ड पर हत्या का मुकदमा दर्ज
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पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार मौत बीमारी से नहीं बल्कि पुलिस की पिटाई से हुई है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक ASP उन्नाव शशि शेखर ने बताया कि परिजनों की तहरीर पर कोतवाली में आरोपी सिपाही विजय चौधरी और होमगार्ड सत्य प्रकाश के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
उन्नाव:यूपी के उन्नाव जिले में पुलिस की निर्मम पिटाई से युवक की मौत के मामले में अब सिपाही व होमगार्ड के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया हैं दरअसल उन्नाव में सब्जी का ठेला लगाने वाले 17 वर्षीय फैसल की मौत पुलिस की पिटाई से ही हुई थी। बताया गया कि दो डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम में हेड इंजरी और 14 जगह शरीर पर चोट के निशान होने की रिपोर्ट दी है।
इधर पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार मौत बीमारी से नहीं बल्कि पुलिस की पिटाई से हुई है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक ASP उन्नाव शशि शेखर ने बताया कि परिजनों की तहरीर पर कोतवाली में आरोपी सिपाही विजय चौधरी और होमगार्ड सत्य प्रकाश के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बताया गया कि मुकदमा लिखे जाने के बाद प्रदर्शनकारी धीरे-धीरे अपने घर चले गए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला उन्नाव के मोहल्ला भटपुरी का है। बताया गया कि यहां 17 साल का फैसल घर के बाहर सब्जी बेच रहा था। आरोप है कि दोपहर के समय नगर पुलिस चौकी का एक सिपाही और होमगार्ड उसके पास पहुंचे और कोरोना कर्फ्यू के नियमों का उल्लंघन करने की बात कहते हुए फैजल को बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया।
इधर परिजनों के मुताबिक सिपाही और होमगार्ड फैसल को लाठी-डंडों से पीटते हुए चौराहे तक ले लाए और फिर उसे जीप में डालकर कोतवाली ले गए। बताया गया कि जीप में भी लगातार उसे पीटने का आरोप है। अधिक चोट लगने से फैसल की हालत बिगड़ गई। बताया गया कि पुलिस उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई। मगर तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
बताया गया कि गुरुवार को पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों में डॉ. अरविंद कुमार आनंद व डॉ कौशलेंद्र के नाम शामिल थे। बताया गया कि मृतक फैसल का पोस्टमार्टम में सिर पर चोट लगने से मौत होने की पुष्टि हुई है। बताया गया कि करीब शरीर में 14 छोटी व अन्य चोट के निशान मिले हैं।
अब तक मौजूद जानकारी के मुताबिक फैसल की मौत की खबर मिलते ही सैकड़ों लोगों की भीड़ सामुदायिक स्वास्थ केंद्र पहुंच गई। जब पुलिस ने समझाकर हॉस्पिटल से हटाया तो आक्रोशित लोग नागरिक तिकोनिया पार्क के सामने एकजुट हो गए और लखनऊ हाईवे को जाम कर दिया था। बताया गया कि पांच घंटे तक जाम यूं ही लगा रहा।
बताया गया कि फैसल के परिजनों को सरकार और पुलिस से 50 लाख रुपए की मुआवजे दिए जाने का आश्वासन दिया गया है। वहीं परिजनों ने घर के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग भी की है।