यूपी: पंचायत चुनाव में धांधली के आरोप में प्रदेश भर में सपाइयों का प्रदर्शन, कई नेता नजर बंद
अखिलेश यादव ने पंचायत चुनाव, ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में धांधली का आरोप लगाकर इस प्रदर्शन का आह्वान किया है। वहीं मोदी के दौरे को देखते हुए पुलिस प्रशासन प्रदेश में खासा अलर्ट है। इसी कारण अधिकरतर तहसीलों और जिलों में सपाईयों को नजरबंद कर दिया गया है। वहीं कई जगहों पर सपाई जिला मुख्यालय तक पहुंचे और प्रदर्शन अपना विरोध दर्ज कराया।
लखनऊ। यूपी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काशी दौरे के दिन ही समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता आज पूरे प्रदेश में तहसील और जिला स्तर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। बताया गया कि यह प्रदर्शन सपा मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आह्वान पर हो रहा है।
दरअसल अखिलेश यादव ने पंचायत चुनाव, ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में धांधली का आरोप लगाकर इस प्रदर्शन का आह्वान किया है। वहीं मोदी के दौरे को देखते हुए पुलिस प्रशासन प्रदेश में खासा अलर्ट है। इसी कारण अधिकरतर तहसीलों और जिलों में सपाईयों को नजरबंद कर दिया गया है।
वहीं कई जगहों पर सपाई जिला मुख्यालय तक पहुंचे और प्रदर्शन अपना विरोध दर्ज कराया। इधर समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम के मुताबिक हमारा प्रदर्शन जिले स्तर पर पहले ही आयोजित था। नजरबंद करना सरकार की तानाशाही है। उन्होंने कहा कि इससे यह पता चलता है कि सरकार 2022 का चुनाव हारने वाली है।
जानकारी के मुताबिकपीलीभीत में सपाईयो ने अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया। यहां राज्य व केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पूरनपुर तहसील परिसर एकजुट हुए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं औरैया में भी सपाईयों को प्रदर्शन करने के लिए एंट्री नहीं दी गई तो बाहर बैठकर प्रदर्शन किया।
यहां समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ जिला अध्यक्ष राजवीर एवं पूर्व विधायक विनोद यादव सरकार के खिलाफ 16 सूत्रीय मांगों के साथ धरना प्रदर्शन करने बिधूना तहसील पहुंचे। सपा जिलाअध्यक्ष ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि कार्यकर्ताओं को घरों में कैद किया गया है।
वहीं कन्नौज में समाजवादी पार्टी के तहसील स्तरीय धरना प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सपा नेताओं को घरों से उठाने की कार्रवाई की है। सपा ने आरोप लगाया है कि पुलिस कई सपा नेताओं को घर से उठाकर कोतवाली ले आई है तो वहीं कई दिग्गज सपा नेताओं के घर मे पुलिस का पहरा लगाकर उनको घर मे ही कैद कर दिया है।
वहीं जौनपुर में भी सपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। यहां उनकी पुलिस से नोकझोंक भी हुई। सपाइयों के मुताबिक जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में जो गुंडागर्दी और लोकतंत्र की हत्या भाजपा राज में हुई है उसकी कोई कल्पना नहीं की जा सकती है। वहीं बिजनौर में भी सपाई सड़कों पर उतरे। बताया गया कि यहां सपा कार्यकर्ताओं ने 16 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया।
बताया गया कि सपाई भैंसा बुग्गी में बैठकर तहसील पहुंचे। वहीं चंदौली में सपा के पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संतोष यादव को समर्थकों संग पुलिस ने हाउस अरेस्ट किया। बताया गया कि प्रदर्शन में शामिल होने जा रहे सपाइयों का अलीनगर में पुलिस के साथ धक्का मुक्की भी हुई। वहीं सपाइयों को पुलिस द्वारा घर में नजरबंद करने का भी सपाईयों ने कड़ा विरोध किया।
इधर मिर्जापुर के बीएलजे ग्राउंड में सपा का धरना प्रदर्शन था। लेकिन जब सपाई यहां एंट्री नहीं कर सके तो सदर तहसील के पास ही धरने पर जा बैठे। वहीं जिलाध्यक्ष देवी प्रसाद चौधरी ने प्रदेश सरकार पर आरोपों की झड़ी लगा दी और कार्यकर्ताओं संग जमकर अपना विरोध दर्ज कराया। कुल मिलाकर सपा कार्यकर्ता प्रदेश में जगह—जगह अपना विरोध प्रदर्शन दर्ज कराते नजर आए।
कहीं पुलिस की सख्ती के बीच उन्हें कामयाबी मिल गई तो कहीं पुलिस की दुरूस्त वयवस्था के बीच वह सड़क पर उतर कर अपने विरोध प्रदर्शन के कार्यक्रम को अंजाम नहीं दे पाए।