यूपी चुनाव:अखिलेश यादव से मिले जमाली और चंद्रशेखर, बन सकता है नया समीकरण
बसपा विधान मंडल दल के नेता एवं आजमगढ़ जिले के मुबारकपुर से विधायक शाह आलम ऊर्फ गुड्डू जमाली ने तीन दिन पहले ही बसपा के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद से ही उनके सपा में जाने की अटकलें लगाई जा रही थीं। लखनऊ में डेरा डाले गुड्डू जमाली ने रविवार सुबह सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की।
लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव से पहले दल बदल का सिलसिला तेज हो गया। तीन दिन पहले बसपा छोड़ने वाले आजमगढ़ विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली एवं आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के अध्यक्ष चंद्रशेखर ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की।
दोनों की सपा अध्यक्ष से अलग- अलग घंटेभर बातचीत हुई। विधायक जल्द ही सपा की सदस्यता लेंगे। जबकि चंद्रशेखर ने भी विधानसभा चुनाव में सपा के साथ रहने के संकेत दिए हैं।
तीन दिन पहले छोड़ा बहनजी का साथ
मालूम हो कि बसपा विधान मंडल दल के नेता एवं आजमगढ़ जिले के मुबारकपुर से विधायक शाह आलम ऊर्फ गुड्डू जमाली ने तीन दिन पहले ही बसपा के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद से ही उनके सपा में जाने की अटकलें लगाई जा रही थीं।
लखनऊ में डेरा डाले गुड्डू जमाली ने रविवार सुबह सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। दोनों के बीच सियासी मुद्दों पर चर्चा हुई। जल्द ही जमाली अपने समर्थकों के साथ साइकिल की सवार कर सकते है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उन्हें मुबारकपुर से सपा का उम्मीदवार बनाया जा सकता है। पार्टी में पहले से दमखम लगाने वाले मुबारकपुर के नेताओं को सपा अध्यक्ष ने भविष्य में सौगात देने का आश्वासन देकर संतुष्ट किया है।
चंद्रशेखर रावण ने भी की मुलाकात
इसी तरह आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने भी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। घंटेभर की बातचीत के बाद चंद्रशेखर ने कहा कि सपा से सियासी मुद्दों पर चर्चा हुई है।
उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में दलितों के मुद्दे पर किसी तरह की गलती नहीं होगी। भाजपा को हराने के लिए रणनीति बनी है। सीटों के सवाल पर कहा कि जैसे ही बात फाइनल होगी, बताया जाएगा। सपा अध्यक्ष ने आश्वासन दिया है कि दलितों के मान सम्मान पर आंच नहीं आने देंगे।
चंद्रशेखर ने की है यह घोषणा
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के अध्यक्ष चंद्रशेखर ने दावा किया कि जहां से मुख्यमंत्री योगी चुनाव लड़ेंगे, वहीं से वह भी मैदान में उतरेंगे। दलितों की हत्या, महिलाओं से दुष्कर्म, बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे।
सरकार की नजर में दलित कुछ भी नहीं हैं। बालिका आश्रम में फूड प्वायजनिंग मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो सोमवार को धरना देंगे। उन्होंने कहा कि बहुजन समाज के हित के लिए सपा से गठबंधन करेंगे। प्रदेश के 69 हजार शिक्षक भर्ती न्याय की गुहार लगा रहे हैं। सरकार उन्हें जल्द से जल्द न्याय दे। अन्यथा पार्टी उग्र प्रदर्शन शुरू करेगी।
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