यूपी: वैक्सीनेशन पर पूरा ज़ोर,निगाह मिशन—2022 की ओर

टीम भारत दीप |
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योगी सरकार का पूरा फोकस कोरोना टीकाकरण पर है।
योगी सरकार का पूरा फोकस कोरोना टीकाकरण पर है।

कोरोना के कारण बिगड़ी हवा को अपने अनुकूल बनाने की जद्दोजहद में योगी सरकार का अब पूरा जोर कोरोना टीकाकरण पर जा टिका है। क्योंकि अब इतना समय नहीं बचा है कि विकास आदि मुद्दो के साथ सरकार व भाजपा सियासी पिच पर उतर सके। ऐसे में पार्टी व सरकार का पूरा जोर वैक्सीनेशन के जरिए बेहतर छवि गढ़ने का है।

लखनऊ। आक्सीजन की किल्लत के बीच लोगों की टूटती सांसें,कब्रिस्तानों—श्मशानों में शवों की लम्बी—लम्बी कतारे, गंगा में उफनाते शव..इन मंजरों ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया था। जी हां! अभी ज्यादा वक्त नहीं बीता है जब कोरोना की दूसरी लहर ने हाहाकार मचा रखा था। कोरोना की इस त्रासदी ने खोखले सरकारी तंत्र व चरमराई अव्यवस्था की कलई खोल कर रख दी थी।

योगी सरकार के तमाम दावे धरातल पर धड़ाम होते सभी ने देखे हैं। कोरोना की इस दूसरी लहर ने सबसे ज्यादा नुकसान बीते साढ़े चार सालों में योगी सरकार द्वारा गढ़ी गई तस्वीर को पहुंचाया है। शहर हो या गांव हर जगह सरकार को लेकर काफी आक्रोश पनप रहा है। ऐसे में सरकार अब फिर से अपनी छवि सुधारने में जुट गई है। क्योंकि सूबे में होने वाले विधानसभा चुनाव में अब ज्यादा वक्त शेष नहीं बचा है।

कोरोना के कारण बिगड़ी हवा को अपने अनुकूल बनाने की जद्दोजहद में योगी सरकार का अब पूरा जोर कोरोना टीकाकरण पर जा टिका है। क्योंकि अब इतना समय नहीं बचा है कि विकास आदि मुद्दो के साथ सरकार व भाजपा सियासी पिच पर उतर सके। ऐसे में पार्टी व सरकार का पूरा जोर वैक्सीनेशन के जरिए बेहतर छवि गढ़ने का है।

हां कुछ कोर मुद्दे जरूर साथ रह सकते है लेकिन मेन फोकस वैक्सीनेशन को लेकर है। ऐसा दिख भी रहा है। इस अभियान में शिक्षक—कर्मचारियों समेत भाजपा कार्यकर्ता भी पूरी शिद्दत से जुट गए हैं। 
दिपावली तक सभी को वैक्सीन लगाने का दावा भी किया जा रहा है। साथ निगरानी समितियां भी बनाई गई हैं। इसमें सामाज के प्रबुद्ध लोगों को रखा गया है। जो इस पर पूरी नजर बनाए हुए है।

भाजपा कार्यकर्ता केन्द्रों पर जाकर निगरानी भी कर रहे हैं। साथ ही लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है ताकि वैक्सीन को लेकर फैले भ्रम को दूर किया जा सके। इसमें सरकारी कर्मचारी भी पूरा सहयोग कर रहे है। वहीं अधिक से अधिक लोगों के टीकाकरण के लिए सरकार अब शहरी इलाकों की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है।

इस कदम के पीछे शहर की तुलना में गांवों में अधिक आबादी होना माना जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों के अधिक से अधिक लोगों का टीकाकरण शीघ्र हो सके इसके लिए ग्रामीण इलाके में टीका केन्द्रों की संख्या बढ़ाई जा रही है। 

तीन करोड़ वैक्सीनेशन का आंकड़ा पार
तीन करोड़ से अधिक लोगों का टीकाकरण करने वाला उत्तर प्रदेश देश का दूसरा राज्य बन गया है। दो रोज पूर्व ही महाराष्ट्र ने इस सीमा को पार किया है। दरअसल शुक्रवार को महाराष्ट्र में टीकाकरण का आंकड़ा 3,02,84,576 था। वहीं यूपी ने शनिवार को दोपहर बाद तीन करोड़ से अधिक टीकाकरण की उपलब्धि हासिल कर ली है।

दिसम्बर तक सभी के वैक्सीनेशन का रखा गया लक्ष्य
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में करीब 6500 टीकाकरण केन्द्र हैं, जिसका करीब 60 फीसदी केन्द्र ग्रामीण क्षेत्रों में है। इसे बढ़ाकर 73 फीसदी तक किया जा रहा है। बताया गया कि सरकार की ओर से जुलाई में प्रतिदिन 10 लाख लोगों को टीके लगाने का लक्ष्य रखा गया है ताकि 31 अगस्त तक 10 करोड़ व दिसंबर तक सभी प्रदेशवासियों का टीकाकरण किया जा सके।

बताया गया कि लक्ष्य तय समय से पूरा हो इसके लिए इसके लिए बकायदा माइक्रो प्लान तैयार किया गया है। कहा गया कि माइक्रो प्लान का क्रियावयन बेहतर तरीके से हो इसके लिए प्रदेश में अलग-अलग क्लस्टर बनाकर 17 से 26 जून तक टीकाकरण कार्यक्रम का खाका भी खींच लिया गया है।

इसमें प्रदेश के सभी जिलों के एक तिहाई विकास खण्डों में चार क्लस्टर बनाकर उसमें पायलट प्रोजेक्ट के रूप में टीकाकरण किया जा रहा है। बताया गया कि शहरी क्षेत्र में छोटे-बड़े निजी व सरकारी अस्पतालों के अलावा मलीन बस्तियों व वर्कप्लेस पर ज्यादा से ज्यादा टीके लगाने पर जोर दिया जा रहा है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर सम्पर्क कर व पर्ची पहुंचाकर टीके के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

सभी को लगवानी ही होगी वैक्सीन
लोगों को अधिक से अधिक टीका लग सके इसके लिए सभी विभाग के कर्मचारियों से कार्य लिया जा रहा है। बताया जा रहा है इसके लिए उन्हें बकायदा ट्रेनिंग भी दी जा रही है। कर्मचारी को घर—घर जाकर लोगों से सम्पर्क कर उन्हें जागरूक करना, वैक्सीन को लेकर जनमानस में फैले भ्रम को दूर करना आदि काम सौपा गया है जिसे वह बखूबी अंजाम भी देते नजर आ रहे है।

साथ ही वैक्सीनेशन को लेकर सरकार थोड़ा सख्त रूख भी अपनाने जा रही है। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। बताया जा रहा है कि सरकार का पूरा जोर हर किसी का वैक्सीनेशन कर उनके जीवन को सुरक्षित करना है। वहीं परिवहन विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक सभी कर्मचारियों को वैक्सीन लगवाना अनिवार्य है। ऐसा न करने वाले कर्मचारी की सैलरी भी रोकी जा सकती है।

बताया जा रहा है कि वैक्सीन हर किसी को लगानी ही होगी। नहीं तो उन्हें सरकारी सुविधाओं से भी वंचित रहना पड़ सकता है। 

इन पर है वैक्सीन के लिए लोगों को प्रेरित करने की जिम्मेदारी 
क्लस्टरों में वैक्सीनेशन के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करने का दायित्व मोबिलाइजेशन टीम को दिया गया है, जिसमें ग्राम प्रधान से लेकर लेखपाल, आशा एवं आंगनबाड़ी वर्कर, स्कूलों के शिक्षक, पंचायत सचिव, युवक एवं महिला मंगल दल के सदस्यों को रखा गया है। 

मैनपुरी जिले में वैक्सीनेशन अभियान में ड्यूटी करते बेसिक शिक्षक।
 

टीकाकरण के लिए ये है जागरूकता कार्यक्रम 
लोग आसानी से टीका लगवाने आ सकें इसके लिए जागरूकता कार्यक्रम पहले ही जारी किया जा चुका है। पहले क्लस्टर में 19 जून तक जन जागरूकता अभियान चलाया गया और उसके बाद उस क्लस्टर में 21 व 22 जून को टीकाकरण किया गया।

इसके बाद दूसरे क्लस्टर में 19 से 22 जून तक जागरूकता अभियान चला और 23 व 24 जून को टीकाकरण किया गया, तीसरे क्लस्टर में 22 से 24 जून तक जन जागरूकता अभियान और 25 व 26 जून को टीकाकरण व चौथे क्लस्टर में 24 से 26 जून तक जन जागरूकता अभियान चलाया जा चुका है। और अब 28 से 30 जून तक टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा।

ऑन साइट-वाक् इन वैक्सीनेशन की सुविधा 
गांवों में सभी टीकाकरण केन्द्रों पर ऑनसाइट रजिस्ट्रेशन की सुविधा रहेगी। बताया गया कि 18 साल या उससे अधिक उम्र का कोई भी व्यक्ति केन्द्र पर पहुंच कर आधार कार्ड दिखाकर रजिस्ट्रेशन कराएगा और उसके बाद उसे टीके लगाए जाएंगे। बताया गया कि लोगों को ज्यादा चलना न पड़े इसके लिए गांवों में आबादी के बीच टीकाकरण केन्द्र बनाया गया है। 

 


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