यूपी: 6 अगस्त से रालोद करेगा चुनावी शंखनाद,जाट—मुस्लिम समीकरण दुरूस्त करने पर रहेगा जोर
रालोद के पूर्व मुखिया चौधरी अजित सिंह की श्रद्धांजलि सभा से पार्टी मिशन—2022 फतह के लिए शंखनाद करेगी। यह कार्यक्रम छह अगस्त को मुजफ्फरनगर के खतौली में आयोजित होगा। इसमे रालोद सुप्रीमो जयंत चौधरी शामिल होंगे। इसके साथ ही दर्जनों किसान पंचायतों में अग्रिम भूमिका निभा चुके जयंत चौधरी बताया जा रहा है कि रालोद अब परिवर्तन की ओर बढ़ रहा है।
लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के पूर्व मुखिया चौधरी अजित सिंह की श्रद्धांजलि सभा से पार्टी मिशन—2022 फतह के लिए शंखनाद करेगी। यह कार्यक्रम छह अगस्त को मुजफ्फरनगर के खतौली में आयोजित होगा। इसमे रालोद सुप्रीमो जयंत चौधरी शामिल होंगे।
इसके साथ ही दर्जनों किसान पंचायतों में अग्रिम भूमिका निभा चुके जयंत चौधरी बताया जा रहा है कि रालोद अब परिवर्तन की ओर बढ़ रहा है। सपा के साथ मिलकर कई चुनाव लड़ चुका रालोद एक बार फिर से 2022 का चुनाव लडऩे जा रहा है। इस चुनाव में खोया जनाधार हासिल करने के लिए पार्टी जाट—मुस्लिम गठजोड़ को मजबूत करना चाह रही है।
इसे लेकर ही रालोद मुखिया जयंत चौधरी पूर्व में तीन दर्जन से अधिक किसान पंचायतों में शामिल होकर योगी सरकार पर तीखा हमला बोल चुके हैं। यह पंचायतें केन्द्र सरकार द्वारा लाये गए कृषि कानून के खिलाफ आयोजित की गयी थी। वहीं अपनी रणनीति के क्रम में 3 अगस्त को दिल्ली के जतंर मतंर पर धरना दे रहे किसान नेताओं से मुलाकात भी की।
बताया जा रहा है कि पूर्व मुखिया चौधरी अजित सिंह की श्रद्धांजलि सभा का आयोजन भी 6 अगस्त को बड़े पैमाने पर होने जा रहा है। इसमें पश्चिमी यूपी में जाट नेताओं के पहुंचने की उम्मीद जतायी जा रही है। यह कार्यक्रम मुजफ्फरनगर के खतौली में आयोजित किया जा रहा है। इसी दिन पार्टी मुखिया जयंत चौधरी चुनावी बिगुल फूंकेंगे।
क्योंकि खतौली ही पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह एंव चौधरी अजित सिंह की कर्मभूमि हैं। यहां की जनता ने अधिकांश चुनाव में रालोद को आर्शिवाद दिया है। इस कार्यक्रम के साथ ही रालोद पश्चिमी यूपी में भाई चारा सम्मेलन आरंभ कर देगा। बताया गया कि इसका मकसद जाट मुस्लिम को एक मंच पर लाना है।
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनुपम मिश्र के मुताबिक रालोद के पूर्व मुखिया चौधरी अजित सिंह की 6 अगस्त को श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जा रहा है। क्योंकि उनकी मौत कोरोना के कारण हुई थी, उस समय श्रद्धांजलि सभा का आयोजन ठीक से नहीं हो पाया था। बताया गया कि इसलिए यह कार्यक्रम किया जा रहा है।
उनके मुताबिक पार्टी के मुख्य एजेण्डे में गांव गरीब किसान ही है। इसीलिए इन तीनों की समस्याओं के लिए रालोद मुखर होकर लड़ता आया है। आज भी इन तीनों वर्गों के हालात ठीक नहीं हैं। उन्होनें बताया कि जाट मुस्लिम नहीं बल्कि भाई चारा सम्मेलन आयोजित किये जायेंगे।