युवती की गुमशुदगी बन गई लव जिहाद, कायमगंज पुलिस ने एक महीने से नहीं लिखी एफआईआर
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कायमगंज पुलिस ने युवती को बरामद करना तो दूर एक महीने से मामले में एफआईआर तक दर्ज नहीं की है। लोगों ने इसे लव जिहाद बताकर एसडीएम को ज्ञापन दिया और कार्रवाई की मांग की है।
फर्रूखाबाद। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार महिला सुरक्षा की गारंटी दे रही है लेकिन पुलिस किरकिरी कराने पर उतारू है। कानपुर जोन में बड़ी समस्या के रूप में उभर कर आ रहे लव जिहाद के मामलों पर भी जोन की पुलिस का कोई ध्यान नहीं है।
फर्रूखाबाद जिले के कायमगंज कोतवाली क्षेत्र में युवती की गुमशुदगी ने देखते ही देखते लव जिहाद का रूप ले लिया। बैनर, पट्टी लेकर प्रदर्शन होने लगे लेकिन कायमगंज पुलिस ने युवती को बरामद करना तो दूर एक महीने से मामले में एफआईआर तक दर्ज नहीं की है। सोमवार को पीड़ित पक्ष के साथ लोगों ने इसे लव जिहाद बताकर एसडीएम को ज्ञापन दिया और कार्रवाई की मांग की है।
बताया गया है कि कायमगंज कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली युवती लापता हो गई थी। युवती के भाई ने बीते 6 सितंबर को कायमगंज कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई। इसके बाद पीड़ित ने 26 सितंबर को थाना प्रभारी को बताया कि उनकी बहन का दूसरे समुदाय के कुछ युवकों ने अपहरण कर लिया है। इस पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की मांग की।
अब कायमगंज पुलिस की कार्रवाई का आलम ये है कि अब तक मामले की एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। युवती भी नहीं मिली। इस पर पीड़ित पक्ष के लोग गांव-समाज के प्रतिनिधियों के साथ एसडीएम के कार्यालय पहुंचे और मामले को लव जिहाद बताकर लड़की की सकुशल बरामदगी और आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की।
एसडीएम ने कार्रवाई का आश्वासन देकर लोगों को घर भेजा। पीड़ित परिवार का कहना है कि हम एक महीने से थाने के चक्कर काट-काटकर परेशान हैं। थाना प्रभारी को दो बार प्रार्थना पत्र दे चुके हैं लेकिन हमारी बेटी मिलना तो दूर पुलिस मामले में आरोपियों पर एफआईआर तक दर्ज नहीं कर रही है।
पीड़ित ने कहा कि योगीजी महिला सुरक्षा का भरोसा दिलाते हैं लेकिन स्थानीय पुलिस का रवैया हमें निराश कर रहा है। उन्होंने मामले को लव जिहाद बताकर मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की है।