यूपी: अब प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों का ग्रामीण क्षेत्र से शहरों में आसानी से हो जाएगा स्थानांतरण
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अब नई शिक्षा नीति में इसे समाप्त कर दिया जाएगा। सभी स्कूलों में मातृभाषा में पढ़ाई होगी। इसकी तैयारी कर ली गई है। उन्होंने कहा कि प्रधानाध्यापकों को टैबलेट दिए जाने हैं, इसके लिए एक समिति आईआईटी कानपुर की राय लेगी, इसके बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
लखनऊ। अभी तक प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात शिक्षक शहरी क्षेत्र के स्कूलों में तबादले के लिए काफी परेशान होते थे,लेकिन शिक्षा विभाग ने इस रोड़े को समाप्त कर दिया। प्राइमरी शिक्षकों का ग्रामीण क्षेत्रों से नगरीय क्षेत्रों में तबादला अब आसानी से हो जाएगा।
प्रदेश सरकार ने शहरी और ग्रामीण काडर खत्म करने का निर्णय लिया है। इसके साथ नई शिक्षा नीति के तहत अंग्रेजी माध्यम के परिषदीय स्कूलों को भी बंद करने का निर्णय लिया गया है, बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी ने कानपुर में ये ऐलान किए।
बीएनएसडी शिक्षा निकेतन में बुधवार को आयोजित गुरु वंदना कार्यक्रम में भाग लेने आए बेसिक शिक्षा मंत्री ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि परिषदीय शिक्षा में शिक्षकों के नगरीय और ग्रामीण काडर को समाप्त कर दिया जाएगा।
इससे शिक्षकों के ग्रामीण क्षेत्र से नगरों में स्थानांतरण आसान हो जाएगा, उन्होंने कहा कि अभी ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षक सरप्लस हैं और नगरीय क्षेत्र में शिक्षकों की कमी है। काडर समाप्त होने से शिक्षकों की नगर क्षेत्र में कमी खत्म हो जाएगी।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि अंग्रेज़ी माध्यम के परिषदीय स्कूल खोले गए थे, लेकिन अब नई शिक्षा नीति में इसे समाप्त कर दिया जाएगा। सभी स्कूलों में मातृभाषा में पढ़ाई होगी। इसकी तैयारी कर ली गई है। उन्होंने कहा कि प्रधानाध्यापकों को टैबलेट दिए जाने हैं, इसके लिए एक समिति आईआईटी कानपुर की राय लेगी, इसके बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
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