यूपी पंचायत चुनाव: अपने पक्ष में यूं माहौल बनाएगी भाजपा, तैयार किया ये प्लान
पार्टी नेतृत्व द्वारा कृषि कानूनों को लेकर विपक्ष के आरोपों में उलझने के बजाय पंचायत चुनाव में जबरदस्त जीत पर फोकस करने को कहा गया है। वहीं 19 मार्च को योगी सरकार के 4 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में व्यापक अभियान चलाने की भी तैयारी है। वहीं ग्राम चौपालों के माध्यम से भाजपा मोदी और योगी सरकार की उपलब्धियां गांव—गांव में गिनाएगी।
लखनऊ: यूपी पंचायत चुनाव की आहट के बीच गांवों में सियासी दलों की चहलकदमी बढ़ चुकी है। सभी समीकरणों को लेकर जोड़—तोड़ की गणित बनाने का सिलसिला शुरू हो चुका है। पंचायत चुनाव के लिए सियासी दल अपने पक्ष में हवा बनाने को पूरी तरह से जद्दोजहद में जुट गए हैं। ऐसे में यूपी में सत्तासीन दल भाजपा ने भी अपनी रणनीति पर काम करना आरंभ कर दिया है।
दरअसल प्रदेश में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सफलता हासिल करने के लिए बीजेपी ने एक मास्टर प्लान तैयार किया है। बताया जा रहा है कि किसान आंदोलन के जरिए जहां विपक्ष सरकार के खिलाफ माहौल तैयार करने में जुटा है तो वहीं इसकी काट के लिए भाजपा ने हर छोटे-बड़े नेताओं को मैदान में उतार कर अपनी उपलब्धियां गिनाकर माहौल अपने पक्ष में करने की रणनीति तैयार की है।
कहा जा रहा है कि विधानसभा से पहले पंचायत चुनावों को पूर्वाभ्यास मानकर भाजपा तैयारियों पर फोकस कर रही है। जानकारी के मुताबिक 2 मार्च तक जिला पंचायतों की बैठक पूरी हो जाएंगी। जिसके बाद 10 मार्च तक ग्रामसभाओं में चुनावी रणनीति की तैयार होगी। वहीं पार्टी द्वारा 10 से 18 तक बूथों तक ग्राम चौपालों के जारिए अभियान चलाने की बात सामने आ रही है।
बताया गया कि 22 फरवरी को राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष की बैठक में कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया गया है। कहा गया कि पार्टी नेतृत्व द्वारा कृषि कानूनों को लेकर विपक्ष के आरोपों में उलझने के बजाय पंचायत चुनाव में जबरदस्त जीत पर फोकस करने को कहा गया है। वहीं 19 मार्च को योगी सरकार के 4 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में व्यापक अभियान चलाने की भी तैयारी है।
बताया गया कि ग्रामसभा लगातार 5 से 10 मार्च तक चलेंगी। जिसके बाद ग्राम चौपालों के माध्यम से भाजपा मोदी और योगी सरकार की उपलब्धियां गांव—गांव में गिनाएगी। प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्या के मुताबिक सभी जिलों में वार्ड के अनुसार बैठकें संचालित की जा रही हैं। 5 से 10 मार्च तक ग्राम प्रमुखों की बैठकें होनी हैं। निचले स्तर की तैयारी भी पूरी की जा चुकी है।
बताया गया कि सभी पदाधिकारी जिले-जिले प्रवास कर रहे हैं।