अक्सर आरोपों से घिरी रहने वाली यूपी पुलिस ने कर दिया कमाल, आप भी जानकर करने लगेंगे यूपी पुलिस की सराहना
ताजा मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पुलिस का है, जिसने एक बार फिर यूपी पुलिस को फख्र करने का अवसर दिया है। यहां महिलाबाद क्षेत्र से आज इंसानियत और ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए सड़क पर लावारिस पड़ा मिला नोटों से भरा बैग महज डेढ़ घंटे के अंदर उसके मालिक की तलाश कर उसे वापस लौटाया गया है।
लखनऊ। खाकी पर हमेशा सवाल उठते रहते है। लेकिन हमेशा सवालों और आरोपों के घेरे में रहने वाली यूपी पुलिस जब कभी ईमानदारी की मिसाल पेश करती है तो पुलिसकर्मियों का सीना गर्व से दोगुना चौड़ा हो जाता है।
ताजा मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पुलिस का है, जिसने एक बार फिर यूपी पुलिस को फख्र करने का अवसर दिया है। यहां मलिहाबाद क्षेत्र से आज इंसानियत और ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए सड़क पर लावारिस पड़ा मिला नोटों से भरा बैग महज डेढ़ घंटे के अंदर उसके मालिक की तलाश कर उसे वापस लौटाया गया है।
नोटों से भरा अपना बैग पाकर दीपावली पर्व के मौके पर व्यक्ति के परिवार की खुशियां लौट आई। बैग मिलने से गदगद हुए परिवार ने मलिहाबाद पुलिस की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि यदि हमारा पैसा वापस ना मिलता तो बहुत बड़ी मुसीबत हो जाती।
दरअसल लखीमपुर में तैनात पुलिसकर्मी पुत्तीलाल वर्मा अपनी पत्नी प्रमिला वर्मा, दो बेटे प्रवीण वर्मा और अभिषेक वर्मा के साथ मलिहाबाद थाना क्षेत्र के मिर्जागंज में निवास करते हैं। पुत्तीलाल का पुत्र अभिषेक वर्मा आज मलिहाबाद के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से 1 लाख रुपए निकालकर अपनी मोटरसाइकिल से जमीन का पैसा देने के लिए जा रहा था।
जानकारी के मुताबिक अभिषेक ने बैंक से 1 लाख रुपए निकालने के बाद उसे एक बड़े पर्स में रखा और पर्स को अपनी मोटर साइकिल के हैंडल में फंसा लिया। अभिषेक वर्मा लकड़मंडी के पास पहुंचा तभी अचानक उसे ब्रेक लगाना पड़ा और ब्रेक के झटके में हैंडल में फंसा नोटों से भरा बैग वहीं गिर गया।
अभिषेक के मुताबिक उसे समझ ही नहीं आया कि कब बैग उसकी मोटरसाइकिल के हैंडल से नीचे गिर गया। बता दें कि बैग गिरने से अनजान अभिषेक चला गया तभी पीछे से पुलिस कर्मियों के साथ गश्त पर निकले मलिहाबाद थाने के अतिरिक्त इंस्पेक्टर प्रेम सिंह ने सड़क पर पड़ा बैग उठाकर खोला तो उसमें 1 लाख रुपए और चेक बुक थी।
इंस्पेक्टर प्रेम सिंह ने महज डेढ़ घंटे के अंदर बैग के मालिक का पता लगाकर उसे थाने बुलाया और बैंक से तस्दीक करने के बाद अभिषेक वर्मा को उसका 1 लाख रुपये से भरा बैग और चेकबुक वापस कर दिया। अपना खोया हुआ पैसा वापस पाकर अभिषेक वर्मा का चेहरा खुशी से खिल उठा।
अभिषेक वर्मा ने बताया कि वह बैंक से 1 लाख रुपए निकाल कर जमीन के पैसे सुनील को देने के लिए जा रहा था। तभी उसका पर्स कहीं गिर गया और उसे पता भी नहीं चला। अभिषेक का कहना था कि उसे उम्मीद ही नहीं थी कि उसका खोया हुआ 1 लाख रुपये उसे वापस मिल जाएगा।
अभिषेक ने बताया कि पर्स खोने के दुख में वह घर पर बैठा रो रहा था तभी मलिहाबाद थाने से फोन कर उसे बताया गया कि उसका नोटों से भरा पर्स थाने पर है, आकर ले ले। अभिषेक और उसके घरवालों का कहना है कि अगर रुपये न मिलते तो बहुत बड़ी मुसीबत हो जाती। अभिषेक और उसके घरवालों ने पुलिस को धन्यवाद दिया।
मलिहाबाद पुलिस द्वारा पेश की गई ईमानदारी और इंसानियत की यह मिसाल न सिर्फ सराहनीय हैं बल्कि पुलिस की इस ईमानदारी ने एक पुलिसकर्मी के घर की खुशियों को दिवाली में लूटने से भी बचाया है। जिसकी चारों ओर सराहना की जा रही है।