पोर्न देखने वालों की जासूसी कर रही यूपी पुलिस, कानपुर में 141 भेजी चेतावनी

टीम भारत दीप |
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इसमें से छेड़छाड़ के मामले में से एक या फिर इससे ज्यादा बार पकड़े जा चुके ऐसे शोहदों की संख्या 546 बताई जा रही है।
इसमें से छेड़छाड़ के मामले में से एक या फिर इससे ज्यादा बार पकड़े जा चुके ऐसे शोहदों की संख्या 546 बताई जा रही है।

गौरतलब है कि 1090 वुमन पावर हेल्पलाइन में गत 16 फरवरी को उम्फ नाम की एक निजी कंपनी को जिम्मेदारी दी गई थी कि वो डेटाबेस तैयार करें। इस डेटाबेस में सारी जानकारी फीड किए जाने के बाद यदि कोई गूगल सर्च इंजन पर पोर्न साइट देखता है तो कंप्यूटर पर उसका नाम और पता सामने आ जाता है।

कानपुर। उत्तर प्रदेश पुलिस प्रदेश में महिलाओं के प्रति अपराध को कम करने के लिए कई सख्त कदम उठा रही है। इस सिलसिल में पिछले दिनों एक योजना बनाई गई थी। इस योजना के तहत मोबाइल या कम्प्यूटर पर अश्लील मैसेज देखने वालों को पुलिस मैसेज करके चेतावनी दे रही है।

 मालूम हो कि यूपी पुलिस इन दिनों पोर्न वेबसाइट देखने वालों की जासूसी कर रही है। इस मामले में अकेले कानपुर शहर में ही पुलिस ने 141 लोगों को चेतावनी भरा मेसेज भेजा है। हालांकि ये मेसेज उन लोगों को भेजे गए हैं, जिनके नाम हाल फिलहाल में छेड़खानी में एक या फिर इससे ज्यादा बार आए हैं। 

गौरतलब है कि 1090 वुमन पावर हेल्पलाइन में गत 16 फरवरी को उम्फ नाम की एक निजी कंपनी को जिम्मेदारी दी गई थी कि वो डेटाबेस तैयार करें। इस डेटाबेस में सारी जानकारी फीड किए जाने के बाद यदि कोई गूगल सर्च इंजन पर पोर्न साइट देखता है तो कंप्यूटर पर उसका नाम और पता सामने आ जाता है।

जिससे संबंधित अधिकारियों को इसके बारे में जानकारी दी जाती है, ताकि वह इन पर निगरानी कर सकें ऐसे लोगों को सावधान करें। ऐसा नहीं करने के लिए उनके मोबाइल फोन पर मेसेज भेजा जा रहा है।

141 लोगों को पुलिस ने किया  ट्रेस

बता दें कि कंपनी के काम संभालने के बाद से कुछ जिलों में उन आरोपियों का डाटा भेजा गया है। इसमें से छेड़छाड़ के मामले में से एक या फिर इससे ज्यादा बार पकड़े जा चुके ऐसे शोहदों की संख्या 546 बताई जा रही है।

हालांकि पुलिस ने गत 16 फरवरी से 16 मार्च तक करीब 141 लोगों को ट्रेस किया है, उन्हें नोटिस भेजा गया है, इन लोगों ने गूगल पर पोर्न साइट सर्च की थी, मैसेज में वह समय भी दिया गया है। जिस वक्त आरोपियों ने पोर्न साइट सर्च किए हैं।

आईजी रेंज मोहित अग्रवाल का कहना है कि नए सॉफ्टवेयर के जरिए शोहदों की जानकारी मिल रही है। इससे उन पर लगाम लगाने में आसानी होगी। महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध पर भी अंकुश लगाया जा सकेगा।


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