यूपीः गंगनहर में डूबते शख्स को बचाने के लिए फरिश्ता बनकर आए दरोगा आशीष कुमार

टीम भारत दीप |
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दरोगा आशीष कुमार अकेले ही युवक को पानी से बचाकर बाहर ले आए।
दरोगा आशीष कुमार अकेले ही युवक को पानी से बचाकर बाहर ले आए।

रविवार को गंगा दशहरा के अवसर पर गंगा नदी के घाटों के किनारे और गंगा से निकलने वाली नहरों में नहाने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। इसी दौरान अलीगढ़ के थाना दादों क्षेत्र में एक शख्स गंग नहर में स्नान के दौरान डूबने लगा।

अलीगढ़। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में तैनात यूपी पुलिस के दरोगा ने अपनी जान पर खेलकर एक युवक को नई जिंदगी दी है। गंगनहर में डूब रहे एक शख्स को उन्होंने अपनी जान पर खेल कर बचाया। उनकी बहादुरी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। इतना ही नहीं उनके असाधारण शौर्य के लिए अलीगढ़ के एसएसपी ने 25000 के नकद इनाम की घोषणा की है। एडीजी आगरा जोन ने भी उनके कार्यों की प्रशंसा की है। 

बता दें कि मानसून में बारिश के चलते नदियां उफान पर आ रही हैं। इसीलिए नहरों में भी पानी का लेवल बढ़ गया है। रविवार को गंगा दशहरा के अवसर पर गंगा नदी के घाटों के किनारे और गंगा से निकलने वाली नहरों में नहाने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। इसी दौरान अलीगढ़ के थाना दादों क्षेत्र में एक शख्स गंग नहर में स्नान के दौरान डूबने लगा। 

डूबते युवक पर वहां तैनात यूपी पुलिस के दरोगा आशीष कुमार की नजर पड़ी तो उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बगैर उफनती नहर में छलांग लगा दी। देखते ही देखते आसपास लोगों की भीड़ लग गई। काफी मशक्कत के बाद दरोगा आशीष कुमार अकेले ही युवक को पानी से बचाकर बाहर ले आए। इसी दौरान किसी ने घटना का वीडियो बना लिया। देखते ही देखते यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

देखें वीडियो-  यूपी पुलिस के दरोगा ने एक जिंदगी बचाने के लिए दांव पर लगाई अपनी जान 

वीडियो वायरल होने के बाद इसी जानकारी मीडिया और उच्चाधिकारियों तक भी पहुंची। अलीगढ़ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने दरोगा आशीष कुमार के असाधारण साहस के लिए उन्हें प्रशस्ति पत्र और 25000 रूपये देकर सम्मानित करने की घोषणा की है। एडीजी आगरा जोन राजीव कृष्ण ने आशीष कुमार की तारीफ करते हुए लिखा कि हिम्मत, दिलेरी और मानवता की मिसाल।  उत्तर प्रदेश पुलिस को आप पर गर्व है।

बचपन में तैरना सीखा पर नहीं की तैराकी


दरोगा आशीष के बारे में एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि आशीष ने बचपन में तैरना जरूर सीखा था लेकिन उन्होंने कभी नियमित तैराकी नहीं की। इसके बाद भी उन्होंने एक युवक की जान बचाने के लिए पानी में कूदने में देर नहीं की। उनकी तैराकी का सबक असल मायने में समाज के काम आया है। 


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