यूपी: लाशों पर पाबंदी,सभी नदियों की यूं हो रही निगहबानी
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कोरोना को लेकर मचे हाहाकार के बीच नदियों में लगातार बह रही लाशों के मिलने को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। इस बीच सरकार ने यहां लाशों के प्रवाह पर पाबंदी लगाते हुए कदम उठाए है। जानकारी के मुताबिक सीएम योगी आदित्यनाथ ने गृह विभाग को निर्देश दिए हैं कि राज्य आपदा प्रबंधन बल (एसडीआरएफ) तथा पीएसी की जल पुलिस को प्रदेश की सभी नदियों में पेट्रोलिंग पर लगाया जाए।
लखनऊ। यूपी में कोरोना को लेकर मचे हाहाकार के बीच नदियों में लगातार बह रही लाशों के मिलने को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। इस बीच सरकार ने यहां लाशों के प्रवाह पर पाबंदी लगाते हुए कदम उठाए है। इस बीच यहां लाशों को लेकर निगहबानी भी हो रही है।
इस बीच जानकारी के मुताबिक सीएम योगी आदित्यनाथ ने गृह विभाग को निर्देश दिए हैं कि राज्य आपदा प्रबंधन बल (एसडीआरएफ) तथा पीएसी की जल पुलिस को प्रदेश की सभी नदियों में पेट्रोलिंग पर लगाया जाए। बताया गया कि निर्देशों के क्रम में कहा गया है कि नावों से पेट्रोलिंग करते हुए जवान यह सुनिश्चित करें कि कोई भी नदियों में शवों को ना बहाए।
यह भी कहा गया है कि जरूरी हो तो स्थानीय स्तर पर जुर्माना भी लगाए जाएं। बताया गया कि सूबे में नदियों में कुछ स्थानों पर शवों के बरामद होने पर सीएम ने यह निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी परंपरा के नाते भी नदियों में शव ना बहाए।
बताया गया कि सूबे में नदियों के किनारे स्थित सभी गांवों तथा शहरों में ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम प्रधान तथा शहरों में कार्यकारी अधिकारी व नगर पालिका, नगर पंचायत व नगर निगम के अध्यक्षों के माध्यम से समितियां बनाकर यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि उनके गांव तथा शहर में से कोई भी व्यक्ति परम्परा के नाते नदियों में शव न बहाया जाए।
कहा गया कि किसी भी दशा में किसी को भी धार्मिक परंपराओं के नाते नदी में शव न बहाने दिया जाए। निर्देशों के क्रम में कहा गया कि आवश्यक हो तो स्थानीय स्तर पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है। बताया गया कि नदी में शव अथवा मरे हुए जानवर बहाने से नदी प्रदूषित होती है एवं प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार नदियों को साफ करने के लिए विशेष कार्यक्रम भी चला रही हैं।
बताया गया कि इस बाबत गृह विभाग, नगर विकास विभाग को ग्राम विकास एवं पंचायत विभाग तथा पर्यावरण विभाग मिलकर एक कार्य योजना बनाए जिससे कि पूरे प्रदेश में परंपरा के नाते जो शव इत्यादि नदी बहाए जा रहे हैं वो किसी भी दशा में न बहाए जाएं।