यूपी: एक जुलाई से खुलेंगे स्कूल, शिक्षक—कर्मचारी करेंगे काम, अभी छात्र—छात्राओं के आने पर रोक
अभी स्टूडेंट स्कूल नहीं आएंगे। वहीं शिक्षकों व कर्मचारी को स्कूल आना होगा ताकि प्रशासनिक कामों को निपटाया जा सके। दरअसल मंगलवार को उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने इसको लेकर आदेश जारी कर दिया है। बताया गया कि इस दरम्यान बच्चों का शत प्रतिशत नामांकन काम शुरू किया जाएगा।
लखनऊ। कोरोना की दूसरी लहर की मंद पड़ती रफ्तार के बीच अब एक जुलाई से स्कूल खोलने का निर्णय हुआ है। लेकिन इस निर्णय के तहत अभी स्टूडेंट स्कूल नहीं आएंगे। वहीं शिक्षकों व कर्मचारी को स्कूल आना होगा ताकि प्रशासनिक कामों को निपटाया जा सके। दरअसल मंगलवार को उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने इसको लेकर आदेश जारी कर दिया है।
बताया गया कि इस दरम्यान बच्चों का शत प्रतिशत नामांकन काम शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही मध्याह्न भोजन का पैसा भी अभिभावकों के अकाउंट में जाए यह भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। बताया गया कि यह लिस्ट भी उसके बाद तेजी से बननी शुरू होगी।
बता दें कि सरकार ने यह आदेश जारी किया था कि जब तक स्कूल नहीं खुलते दोपहर में मिलने वाले भोजन के बराबर बच्चों अभिभावक के अकाउंट में उतना पैसा डाला जाएगा। जारी आदेश के मुताबिक एक जुलाई के बाद ही बच्चों को निशुल्क किताब बांटने का अभियान भी शुरू किया जाएगा। वहीं नए सत्र में बच्चों को सरकार की तरफ से किताब दी जाती है। मगर इस बार नहीं मिल पा रही है।
आदेश में कहा गया कि प्रेरणा मिशन के तहत ई- पाठशाला का संचालन भी होगा। साथ ही इसमें एक से आठ तक के बच्चों की क्लास ली जाएगी। बताया गया कि इस दौरान यहां शिक्षकों को नए सत्र में बच्चों का शत प्रतिशत एडमिशन का काम करना होगा।
वहीं मध्याह्न भोजन के लिए अभिभावकों के खाते में पैसा भेजना,सरकार की ओर से प्राप्त खाद्यान्न का वितरण करने के साथ निशुल्क किताबों का वितरण करने की जिम्मेदारी भी निभानी होगी। साथ ही विद्यालय में चल रहे पुराने कामों को उन्हें पूरा करना होगा। बताया गया कि इस दरम्यान छात्र—छात्राएं स्कूल में उपस्थित नहीं होंगे।