यूपी एसटीफ ने मुठभेड़ में मुख्तार अंसारी के लिए काम करने वाले दो शूटर मार गिराए

टीम भारत दीप |
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मुन्ना बजरंगी की मौत के बाद दोनों पिछले कुछ समय से दिलिप मिश्रा के लिए काम कर रहे थे।
मुन्ना बजरंगी की मौत के बाद दोनों पिछले कुछ समय से दिलिप मिश्रा के लिए काम कर रहे थे।

यह दोनों बदमाश मुन्ना बजरंगी और मुख्तार अंसारी गैंग के लिए काम करते थे। जानकारी के अनुसार बुधवार देर रात अरैल इलाके में हुई मुठभेड़ में दोनों बदमाश मारे गए हैं।  मुठभेड़ के बाद पुलिस ने मौके से 30 और 9 एमएम की पिस्टल व कारतूस बरामद किए हैं। दोनों की पहचान वकील पांडेय और अमजद के रूप में की गई है। 

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स ने बुधवार देर रात एंकाउंटर में दो बदमाशों को मार गिराया। यह दोनों बदमाश मुन्ना बजरंगी और मुख्तार अंसारी गैंग के लिए काम करते थे।

जानकारी के अनुसार बुधवार देर रात अरैल इलाके में हुई मुठभेड़ में दोनों बदमाश मारे गए हैं।  मुठभेड़ के बाद पुलिस ने मौके से 30 और 9 एमएम की पिस्टल व कारतूस बरामद किए हैं। दोनों की पहचान वकील पांडेय और अमजद के रूप में की गई है। 

एसटीएफ ने बताया कि वकील पांडेय और अमजद दोनों भदोही के रहने वाले हैं। इन दोनों ने रांची के होटवार जेल के अधिकारी की हत्या की सुपारी ली थी। इसके साथ ही मुख्तार अंसारी और मुन्ना बजरंगी के कहने पर साल 2013 में वाराणसी के तत्कालीन डिप्टी जेलर अनिल कुमार त्यागी की दिनदहाड़े हत्या कर दी थी।

यूपी पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मारे गए दोनों बदमाश मुख्तार अंसारी और मुन्ना बजरंगी गैंग के शार्प शूटर थे। इसके साथ ही वकील पांडेय पर 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित था।

हालांकि मुन्ना बजरंगी की मौत के बाद दोनों पिछले कुछ समय से दिलिप मिश्रा के लिए काम कर रहे थे।दोनों सुपारी किलर थे और यहां एक नेता की हत्या करने के इरादे से आए थे। वाराणसी में दिनदहाड़े डिप्टी जेलर अनिल त्यागी की हत्या इन्होंने ही की थी।

इसके अलावा वर्तमान में रांची जेल में बंद कोयला व्यापारी की हत्या का आरोपित अमन सिंह ने वहां के एक डिप्टी जेलर की हत्या की सुपारी दोनों शूटरों को थी। मालूम हो कि इस समय यूपी प्रशासन  मुख्तार अंसारी को पंजाब से यूपी लाने के लिए पूरा जोर लगा रही है, लेकिन पंजाब पुलिस माफिया को बचाने के लिए हर प्रयास कर रहा है। 


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