यूपी: विवि में बिना एग्जाम छात्र होंगे प्रमोट, केवल फाइनल ईयर के छात्रों की होगी परीक्षा

टीम भारत दीप |
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उच्च शिक्षा मंत्री व डिप्टी सीएम डॉ.दिनेश शर्मा ने जारी किया आदेश।
उच्च शिक्षा मंत्री व डिप्टी सीएम डॉ.दिनेश शर्मा ने जारी किया आदेश।

सभी विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों के यूजी व पीजी के स्टूडेंट्स अगली कक्षाओं में प्रोमोट होंगे। स्नातक के फर्स्ट व सेकंड और परास्नातक के फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स अगली कक्षाओं में प्रमोट होंगे। उधर यूजी और पीजी के लास्ट सेमेस्टर की परीक्षाएं संपन्न कराई जाएंगी। बताया गया कि सभी विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों को अगस्त के मध्य तक परीक्षा कराने के निर्देश दिए गए है।

लखनऊ। यूपी सरकार ने उच्च शिक्षण संस्थानों में फाइनल ईयर के सभी स्टूडेंट्स की परीक्षा कराने का फैसला लिया है। बताया गया कि परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद ही यह अगली कक्षा में प्रवेश प्राप्त कर सकेंगे जबकि स्नातक के फर्स्ट व सेकेंड ईयर तथा परास्नातक के फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स प्रमोट होंगे।

इस बाबत सूबे के उच्च शिक्षा मंत्री व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने मंगलवार को आदेश जारी करते हुए बताया कि प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग ने सभी विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों के यूजी व पीजी के स्टूडेंट्स अगली कक्षाओं में प्रोमोट होंगे। स्नातक के फर्स्ट व सेकंड और परास्नातक के फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स अगली कक्षाओं में प्रमोट होंगे।

उधर यूजी और पीजी के लास्ट सेमेस्टर की परीक्षाएं संपन्न कराई जाएंगी। बताया गया कि सभी विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों को अगस्त के मध्य तक परीक्षा कराने के निर्देश दिए गए है। इस आदेश से प्रदेश के करीब 41 लाख स्टूडेंट्स अगली कक्षाओं में प्रोन्नत होंगे। बताया गया कि अंतिम सेमेस्टर की होने वाली लिखित परीक्षा इस बार तीन घंटे के स्थान पर सिर्फ एक घंटे की ही होगी।

परीक्षाओं के बाद परिणाम भी सितंबर के पहले सप्ताह तक घोषित कर दिया जाएंगे। बताया गया कि प्रदेश में उच्च शिक्षा का नया शैक्षिक सत्र (2021-2022) 13 सितंबर से आरम्भ होगा। बता दें कि प्रदेश सरकार ने यूपी बोर्ड की हाईस्कूल तथा इंटर के बाद उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड की 10वीं तथा 12वीं की परीक्षा को रद कर दिया है। आज जारी हुए आदेश के मुता​बिक 03 घण्टे के स्थान पर एक-डेढ़ घण्टे की होगी।

प्रश्न पत्रों के हल करने की समयावधि आधी हो जाने के कारण। परीक्षार्थियों को किसी बताया गया कि प्रश्न पत्र में यदि 10 प्रश्नों के उत्तर दिए जाने थे, उसके स्थान पर 05 प्रश्नों के उत्तर दिए जाएं। इसी तरह लगभग 50 प्रतिशत के अनुपात में छात्र/छात्राओं द्वारा समस्त विषयों के प्रश्न पत्रों में हल किए जाने वाले प्रश्नों की संख्या निर्धारित की जा सकती हैं।

बताया गया कि परीक्षा के दौरान कोविड-19 से बचाव के समस्त प्रोटोकॉल एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा। जिसके लिए केन्द्रों की संख्या बढ़ायी जायेगी। बताया गया कि एक कमरे में छात्रों के बैठने की व्यवस्था इस तरह से की जाए कि सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन हो सके। वहीं कमरे में हवा की पर्याप्त व्यवस्था हो तथा खिड़कियों रोशनदान खोलकर परीक्षा सम्पन्न करायी जाय।

बताया गया कि परीक्षा के पहले एवं बाद में सैनिटाइजेशन की व्यवस्था, अनिवार्य फेस मास्क एवं थर्मल स्कैनिंग की समुचित व्यवस्था की जाएगी। बताया गया कि यदि कोरोना संक्रमण के कारण कोई छात्र परीक्षा में शामिल नहीं हो पाता है। तो ऐसे में उसके विशेष परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए अवसर दिया जा सकता है।
 


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