यूपी टीईटी 21: 23 जनवरी को होगी परीक्षा, 25 फरवरी को आएगा परिणाम
अभ्यर्थी 1 फरवरी तक उत्तरमाला पर ऑनलाइन आपत्ति दर्ज करा सकेंगे। विशेषज्ञ समिति की ओर से 21 फरवरी तक आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। इसके बाद संशोधित उत्तरमाला 23 फरवरी को वेबसाइट पर प्रदर्शित किया जाएगा और 25 को परिणाम जारी किया जाएगा।
लखनऊ। पेपर लीक होने के कारण रदद हुई टीईटी की परीक्षा दोबारा कराने की सारी तैयारी पूरी कर ली गई। जैसा अनुमान लगाया जा रहा था, ठीक वैसे ही सरकार ने 23 जनवरी को टीईटी 2021 की परीक्षा कराने के लिए शेड्यूल जारी कर दिया। शासन से मिली जानकारी के अनुसार टीईटी परीक्षा का परिणाम 25 फरवरी को जारी होगा।
बेसिक शिक्षा विभाग ने बुधवार को परीक्षा का कार्यक्रम फिर से जारी कर दिया। विभाग के सचिव धमेंद्र मिश्र के अनुसार इस परीक्षा के लिए 12 जनवरी को प्रवेश पत्र वेबसाइट पर अपलोड किए जाएंगे। परीक्षा केंद्र के व्यवस्थापक को 17 जनवरी तक प्रवेश पत्रों की स्कैन कॉपी उपलब्ध कराई जाएगी।
20 जनवरी तक प्रश्न पत्र और ओएमआर शीट डबल लॉक में रखने के लिए जिलों में भेजी जाएगी। जारी कार्यक्रम के अनुसार 27 जनवरी को उत्तरमाला वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। अभ्यर्थी 1 फरवरी तक उत्तरमाला पर ऑनलाइन आपत्ति दर्ज करा सकेंगे। विशेषज्ञ समिति की ओर से 21 फरवरी तक आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। इसके बाद संशोधित उत्तरमाला 23 फरवरी को वेबसाइट पर प्रदर्शित किया जाएगा और 25 को परिणाम जारी किया जाएगा।
दो पाली में परीक्षा
- सुबह 10 से 12.30 बजे तक पहली पाली में प्राथमिक स्तर (कक्षा एक से पांच) की टीईटी आयोजित की जाएगी।
- दूसरी पाली में दोपहर 2.30 से शाम 5 बजे तक उच्च प्राथमिक स्तर (कक्षा 6 से 8 तक की) टीईटी आयोजित की जाएगी।
करीब दो माह बाद हो रही परीक्षा
मालूम हो कि टीईटी-2021 28 नवंबर को होनी थी, लेकिन उसी दिन प्रश्न पत्र लीक होने के बाद परीक्षा निरस्त कर दी गई थी। उसी समय बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सतीश द्विवेदी ने एक माह के भीतर दोबारा टीईटी आयोजित कराने का दावा किया था, लेकिन अब करीब दो माह बाद परीक्षा कराने की तैयारी पूरी कर ली गई है।
22 की हो चुकी है गिरफ्तारी
यूपी एसटीएफ से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश सरकार ने टीईटी प्रश्न पत्र लीक मामले की जांच उसे सौंपी है। एसटीएफ ने मामले में अब तक 22 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं सरकार ने प्रथमदृष्टया दोषी सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय उपाध्याय को निलंबित कर दिया है और वह जेल में है।
यूपी टीईटी की परीक्षा में लगभग 20 लाख उम्मीदवारों ने भाग लिया था। छात्रों की इस बड़ी संख्या के लिए राज्य भर में सरकार द्वारा 2,736 परीक्षा केंद्रों का निर्धारण किया गया था। हालांकि, परीक्षा के दिन ही पेपर लीक हो जाने के कारण इसे निरस्त कर दिया गया था। यूपीटीईटी परीक्षा हर साल आयोजित की जाती है। इस परीक्षा को पास करने वाले प्राथमिक और उच्च प्राथमिक कक्षाओं को पढ़ाने के लिए योग्य हो जाते है।
नए परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे
यूपी टीईटी की परीक्षा के आयोजन को लेकर तैयारियां तेजी से चल रही है। शासन स्तर पर इसे लेकर एक बैठक भी हुई, जिसमें सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी को भी बुलाया गया था। खबरों के मुताबिक इस बार परीक्षा के लिए नए और बेहतर केंद्रों का चयन किया जाएगा। उम्मीदवारों को नया प्रवेश पत्र भी जारी किया जाएगा। इसके अलावा ओएमआर शीट आदि के निर्माण आदि में समय लगने के कारण इस परीक्षा में ज्यादा समय लगने की उम्मीद है।
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