नए साल से महंगा होगा यूपीआई ट्रांजेक्शन, देना होगा अतिरिक्त चार्ज

टीम भारतदीप |
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नए साल यानि 1 जनवरी से यूपीआई ट्रांजेक्शन करना महंगा साबित होगा।
नए साल यानि 1 जनवरी से यूपीआई ट्रांजेक्शन करना महंगा साबित होगा।

1 जनवरी से यूपीआई के जरिए किसी को पेमेंट करने पर ग्राहक को अतिरिक्त चार्ज देना होगा। कोई ग्राहक अगर थर्ड पार्टी एप्स का इस्तेमाल कर यूपीआई के जरिये ऑनलाइन पेमेंट करता है तो उसको ज्यादा चार्ज देना होगा।

नई दिल्ली। नए साल यानि 1 जनवरी से यूपीआई ट्रांजेक्शन करना महंगा साबित होगा। 1 जनवरी से यूपीआई के जरिए किसी को पेमेंट करने पर ग्राहक को अतिरिक्त चार्ज देना होगा।

कोई ग्राहक अगर थर्ड पार्टी एप्स का इस्तेमाल कर यूपीआई के जरिये ऑनलाइन पेमेंट करता है तो उसको ज्यादा चार्ज देना होगा।

बता दें कि अब ग्राहकों को यूपीआई के माध्यम से पेमेंट करने पर अतिरिक्त चार्ज देना पड़ेगा। नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने एक जनवरी से यूपीआई के जरिए पेमेंट करने पर अतिरिक्त चार्ज लगाने का फैसला किया है।

एनपीसीआई ने नए साल से थर्ड पार्टी एप पर 30 फीसदी का कैप लगा दिया है। एनपीसीआई का कहना है कि इस फैसले के पीछे का मुख्य कारण किसी थर्ड पार्टी एप को मोनोपॉली और उसे साइज के हिसाब के मिलने वाले विशेष फायदे से रोकना है।

जानकारी के मुताबिक, ग्राहकों को फोनपे, गूगलपे, अमेजन पे जैसे थर्ड पार्टी एप्स से पेमेंट करने पर अतिरिक्त चार्ज देना होगा। हालांकि एनपीसीआई ने पेटीएम जैसे एप पर कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं लगाया है।

सरकार के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक हर महीने करीब 200 करोड़ यूपीआई लेन-देन हो रहे है। बता दें कि ये यूपीआई लेन-देन कई पेमेंट्स एप्स के माध्यम से किए जा रहे है।

सरकार का कहना है कि आने वाले समय मे देश मे यूपीआई लेन-दें का आंकड़ा और बढ़ने की उम्मीद है। सरकार का कहना है कि ये डिजिटल भारत के लक्ष्य के लिए अच्छा संकेत है, लेकिन ऐसे में यूपीआई लेन-देन के मामले में किसी एक थर्ड पार्टी एप के एकाधिकार की संभावना हो सकती है, जो इस दिशा में ठीक नहीं है।

 


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