मेरठ में शव दफनाने को लेकर बवाल, भीड़ ने पुलिस पर किया पथराव
यह मामला मेरठ के गांव रसूलपुर धौलड़ी का है यहां के रहने वाले हनीफ की बीमारी की वजह से मौत हो गई। परिजन शव दफनाने के लिए कब्रिस्तान ले गए, लेकिन वहां पहले से बड़ी संख्या में मौजूद ग्रामीणों ने कब्रिस्तान अपना अधिकार जमाते हनीफ का शव दफनाने नहीं दिया। इसका विरोध किया गया तो भीड़ मारपीट पर उतारू हो गई।
मेरठ।उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में उस समय बवाल हो गया जब वृद्ध की मौत के बाद उसके परिजन शव दफनाने के लिए कब्रिस्तान ले गए। कब्रिस्तान में पहले से मौजूद लोगों ने कब्रिस्तान पर अपना अधिकार जमाते हुए विवाद करने लगे।
इसके बाद मृतक के परिजनों ने पुलिस को सूचना दी, पुलिस मौके पर पहुंची तो विरोध कर रहे लोगों ने पुलिस वालों पर पथराव कर दिया। इसके बाद मामले को शांत कराने के लिए तीन और थानों की पुलिस बल को बुलाना पड़ा। इस विवाद का मुख्या कारण चुनावी रंजिश बताई जा रही है।
यह मामला मेरठ के गांव रसूलपुर धौलड़ी का है यहां के रहने वाले हनीफ की बीमारी की वजह से मौत हो गई। परिजन शव दफनाने के लिए कब्रिस्तान ले गए, लेकिन वहां पहले से बड़ी संख्या में मौजूद ग्रामीणों ने कब्रिस्तान अपना अधिकार जमाते हनीफ का शव दफनाने नहीं दिया।
इसका विरोध किया गया तो भीड़ मारपीट पर उतारू हो गई। हनीफ के परिजनों ने इसकी सूचना जानी थाना पुलिस को दी। जानी थाना पुलिस मौके पर पहुुंची। पुलिस ने मौके पर मौजूद भीड़ को समझाते हुए शव दफनाने का प्रयास किया, लेकिन भीड़ नहीं मानी। पुलिस ने भीड़ को मौके से भगाने का प्रयास किया तो भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया।
बवाल बढते देख पुलिस ने मामले को संभालने के लिए तीन और थानों को दी। बवाल की सूचना मिलने पर भारी पुलिस बल को देखकर विरोध कर रही भीड़ मौके से भाग निकली। पुलिस की मौजूदगी में शव कब्रिस्तान में दफनाया गया।
जानी थाना प्रभारी संजय वर्मा के अनुसार घटना का कारण चुनावी रंजिश बताया जा रहा है। घटना की तहरीर नहीं दी गई। पुलिस घटना को लेकर आवश्यक कार्रवाई कर रही है। इस घटना क्रम के दौरान गांव में कुछ समय के लिए हड़कंप मच गया। पुलिस की सूझबूझ से मामले को संभाला गया।