यूपीटीईटी: राहुल चौधरी बागपत से गिरफ्तार, शामली गैंग से 1.5 लाख में खरीदा था पेपर
एसटीएफ की 8 टीमों ने रविवार रात तक शामली, लखनऊ, गोरखपर, चित्रकूट, बनारस, आगरा, प्रयागराज, मथुरा में दबिश देकर 30 लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। अलीगढ़ का गौरव भी एसटीएफ की गिरफ्त में है। पूछताछ में सामने आया है कि गिरोह परीक्षा केंद्रों पर अपनी मर्जी के सॉल्वर व शिक्षक की ड्यूटी लगवाने के प्रयास करता था ।
मेरठ। यूपीटीईटी के पेपर लीक के मामले में एसटीएफ लगातार कार्रवाई कर रही है। सोमवार देर रात एसटीएफ ने बागपत से राहुल चौधरी को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ मेरठ के डीएसपी बृजेश सिंह ने बताया कि पूछताछ में उसने शामली के रवि, मनीष और धर्मेंद्र से पेपर खरीदने की बात कही है।
आरोपी राहुल ने बताया कि उसने पेपर खरीद कर उसे बाद में शामली, बागपत और अन्य जिलों में 50-50 हजार रुपये में बेच दिया। उसने बताया कि उसका पूरा गैंग यूपी पुलिस की एसआई की लिखित परीक्षा में सॉल्वर बैठाने व परीक्षा सेंटर के ऑनलाइन सिस्टम को हैक करने के लिए प्रयास कर रहा था। दरोगा की लिखित परीक्षा में सेंधमारी में कामयाब न हुए तो यूपीटीईटी का पेपर बेच दिया।
एसटीएफ की आठ टीमें पड़ताल में जुटी
मालूम हो कि एसटीएफ की 8 टीमों ने रविवार रात तक शामली, लखनऊ, गोरखपर, चित्रकूट, बनारस, आगरा, प्रयागराज, मथुरा में दबिश देकर 30 लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। अलीगढ़ का गौरव भी एसटीएफ की गिरफ्त में है।
पूछताछ में सामने आया है कि गिरोह परीक्षा केंद्रों पर अपनी मर्जी के सॉल्वर व शिक्षक की ड्यूटी लगवाने के प्रयास करता था, जिससे परीक्षा केंद्र पर कमरों में प्राइवेट शिक्षक परीक्षार्थियों का पेपर सॉल्व करा सकें।
डेढ़ लाख में खरीदा था पेपर
एसटीएफ से मिली जानकारी के बागपत के बड़ौत थाना क्षेत्र के छजारपुर निवासी चौधरी राहुल तोमर पुत्र रविराज को पकड़ में आया है। इससे टीईटी का पेपर सेट व यूपी पुलिस के 4 अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड भी मिले हैं। राहुल ने बताया कि शामली के धर्मेंद्र उर्फ बंटी से उसने डेढ़ लाख रुपए में पेपर खरीदा था। 5 दिन से राहुल और धर्मेंद्र की आपस में बातचीत भी हो रही थी।
मथुरा, आगरा व अलीगढ़ में भी दबिश
अभी तक यूपी एसटीएफ 30 लोगों की गिरफ्तारी कर चुकी है। मेरठ एसटीएफ ने सोमवार रात बागपत व शामली के अलावा दूसरी टीमों ने अलीगढ़, आगरा व मथुरा में भी जाल बिछा रखा है। आगरा के एक शिक्षक की तलाश एसटीएफ को है। एसटीएफ की जांच में सामने आया है कि इस गैंग में कई जिलों के लोग जुड़े हैं।
एसटीएफ के सीओ बृजेश सिंह से मिली जानकारी के अनुसार राहुल ने अपने फुफेरे भाई बलराम निवासी बुढ़ाना के साथ मिलकर पूरा गैंग खड़ा किया। गैंग ने यूपी एसआई की लिखित परीक्षा में सेंधमारी के लिए करीब 10 अभ्यर्थियों से 5 से 10 लाख रुपए तक में पेपर सॉल्व कराने का ठेका लिया।
इन आरोपितों ने मेरठ के कंकरखेड़ा के पास राधेश्याम सेंटर के पास लैब ली। अलीगढ़ की तरह परीक्षा सेंटर के कम्प्यूटरों से अपने कम्प्यूटर कनेक्ट करने के साथ परीक्षा सेंटर को ही हैक करने का प्रयास किया। हालांकि, इसमें ये सफल नहीं हुए।
एसटीएफ ने अलीगढ़ के बन्ना देवी थाना क्षेत्र में महर्षि इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र के पास मकान से 3 आरोपियों को धर दबोचा है, जिसके बाद यह गैंग पीछे हट गया। एसआई की परीक्षा से संबंधित 4 अभ्यर्थी कुलदीप, भरत, नेहा व दीपक नाम के अभ्यर्थियों के एसआई की लिखित परीक्षा के एडमिड कार्ड भी मिले हैं। टीईटी के परीक्षार्थी रिंकु, अमित, जगमोहन, पूरन सिंह, शुभम व सौरभ के एडमिड कार्ड मिले हैं।
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