शाहजहांपुर में पान खाने वाले लंगूर का वीडियो वायरल, जाने क्यों हो रही उसकी खातिरदारी
थाना सदर बाजार के बाहर अनु पान के खोखे पर दिन भर पान खाने वालों की भीड़ लगी रहती है। लेकिन शाम के वक्त भीड़ कम रहती है। करीब साढ़े चार बजे से 5 बजे के बीच हर दिन एक लंगूर कॉफी मशीन के सामने आकर बैठ जाता है। उसके बराबर में पान के खोखा चलाने वाले अनु उस बंदर के लिए पान निकालकर रखना शुरू कर देते हैं।
शाहजहांपुर। अभी तक लोगों के मन में बंदरों और लंगूरों के व्यवहार के प्रति डर लगता है कि न जाने कब वह हमला कर घायल कर दें। मगर इस समय उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में यह मिथक टूटता नजर आ रहा है।
यहां एक पान खान का शौकिन लंगूर हर राज एक ही समय पान खाने दुकान पर पहुंच जाता है। दुकानदार द्वारा पान दिए जाने के बाद चुपचाप वहां से चला जाता है। लंगूर को देख दुकानदार हाथ में पान लेकर खड़े हो जाते हैं। चाय वाला उसे बिस्कुट खिलाता तो पनवाड़ी पान खिलाता है।
लंगूर के व्यवहार से दुकानदारों और स्थानीय लोगों को उससे लगाव हो गया है। लंगूर के आने से स्थानीय लोगों की एक बड़ी समस्या खत्म हो गई है, इस इलाके में बंदरों का आतंक था, लेकिन अब लंगूर के आने से बंदर भाग गए।
लंगूर के दुकान पर आना का समय तय: दरअसल, थाना सदर बाजार के बाहर अनु पान के खोखे पर दिन भर पान खाने वालों की भीड़ लगी रहती है। लेकिन शाम के वक्त भीड़ कम रहती है। करीब साढ़े चार बजे से 5 बजे के बीच हर दिन एक लंगूर कॉफी मशीन के सामने आकर बैठ जाता है।
उसके बराबर में पान के खोखा चलाने वाले अनु उस बंदर के लिए पान निकालकर रखना शुरू कर देते हैं। हालांकि कभी पान के खोखे से उतरकर अनु खुद उस बंदर को पान खिलाते हैं या फिर खोखे के बाहर पान खाने आने वाले स्थानीय लोग पान लेकर खिलाते हैं।
उसके बाद पप्पू चाय वाले बंदर को देखकर फौरन अपना काम छोड़कर उसे बिस्कुट खिलाने आते हैं। इस तरह लंगूर को पान और बिस्कुट खिलाने का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
लंगूर के आने से बंदर भाग गए: स्थानीय लोगों का कहना है कि इस इलाके में बंदरों का आतंक था। बंदर झुंड के साथ आते थे और जमकर उत्पात मचाते थे। लेकिन लंगूर के आने से लाल मुंह वाले बंदर अब दूर-दूर तक नही दिखते हैं। इस बंदर का लोग ख्याल रखते हैं।