यूपी में मतदान: सुबह 11 बजे तक 21.55 फीसदी हुई वोटिंग, मऊ में सबसे ज्यादा तो सोनभद्र में सबसे कम
वाराणसी डीएम/जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि विधानसभा कैंटोनमेंट के बूथ संख्या 243 से 246 पर रणवीर संस्कृत विद्यालय कमच्छा पर तैनात सीपीएमएफ प्रभारी चमन लाल को हटा दिया गया है।
उत्तर प्रदेश। यूपी में नई सरकार चुनने के लिए पूर्वांचल की जनता आज अपने मताधिकार का प्रयोग कर रही है। आज यूपी के नौ जिलों के 54 सीटों पर मतदान जारी है। सुबह नौ बजे तक 54 सीटों पर 8.58 फीसदी मतदान हुआ है। वहीं दोपहर 11 बजे तक 21.55 फीसदी मतदान हुआ।
आजमगढ़ में एक वृद्ध दंपती ट्रॉली से वोट देने पहुंचे। उन्होंने कहा कि हम अपना वोट खराब नहीं करना चाहते थे इसलिए ऐसे आए हैं। बुजुर्ग ने कहा कि मेरे पीठ में परेशानी है और मेरी पत्नी की तबीयत भी ठीक नहीं है। हमारी किसी से कोई उम्मीद नहीं है। क्या सरकार के 500-1000 रुपये से हम हमारा इलाज हो सकता है?
इस तरह रहा मतदान प्रतिशत
- आजमगढ़- 20.06 प्रतिशत
- भदोही- 22.26 प्रतिशत
- चंदौली- 23.51 प्रतिशत
- गाजीपुर- 20.05 प्रतिशत
- जौनपुर- 21.83 प्रतिशत
- मऊ- 24.69 प्रतिशत
- मिर्जापुर- 23.46 प्रतिशत
- सोनभद्र- 19.45 प्रतिशत
- वाराणसी- 21.19 प्रतिशत
- कुल - 21.55 प्रतिशत
वाराणसी डीएम ने की कार्रवाई
वाराणसी डीएम/जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि विधानसभा कैंटोनमेंट के बूथ संख्या 243 से 246 पर रणवीर संस्कृत विद्यालय कमच्छा पर तैनात सीपीएमएफ प्रभारी चमन लाल को हटा दिया गया है।
डीएम ने बताया कि निर्वाचन के दौरान चमन लाल द्वारा सभी पोलिंग एजेंट की वोटर लिस्ट को फेंकवा दिये जाने, इनके द्वारा उम्मीदवार को मतदान कक्ष में जाने से रोके जाने तथा इनको जिला निर्वाचन अधिकारी के द्वारा नियमों की जानकारी दिए जाने पर यह कहा जाना कि मैं 6 चरणों का चुनाव करा कर आया हूं,
मुझे नियमों की पूरी जानकारी है साथ ही मतदान केंद्र पर इनके ड्यूटी करने से वहां की व्यवस्था बिगाड़ी गई। उन्हें कर्मचारी आचरण नियमावली का उल्लंघन किए जाने के कारण तत्काल प्रभाव से ड्यूटी से हटा दिया गया।
10 मार्च के बाद पछताएंगे स्वामी प्रसाद मौर्य
अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने मिर्जापुर में अपना वोट डाला। यहां उन्होंने कहा कि भाजपा पूरे बहुमत से सरकार बनाने जा रही है और मिर्जापुर की पांचों सीटें एनडीए के खाते में आएंगी। उन्होंने ये भी कहा कि 10 मार्च के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य और जयंत चौधरी को पछताना पड़ेगा।
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