यूपी के इस गांव में बोर्ड पर लिख दिया ‘ठाकुर ग्राम‘, इसके बाद हो गया ‘संग्राम‘
बताया गया है कि गांव के कुछ लोगों ने महाराणा प्रताप और पृथ्वीराज चौहान की तस्वीरों के साथ ‘ठाकुर ग्राम‘ लिखा साइनबोर्ड लगा दिया था। इसके बाद गांव के अनुसूचित जाति और कश्यप जाति के लोगों के साथ ही मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इसकी शिकायत हस्तिनापुर थाने में की।
मेरठ। यूपी के मेरठ जिले के हस्तिनापुर इलाके के स्तोरा नारंग गांव के अंदर एक साइन बोर्ड का मामला थाने पहुंच गया। दरअसल, इस बोर्ड पर कुछ लोगों ने ‘ठाकुर ग्राम‘ लिख दिया था।
इसके चलते अन्य जातियों के लोगों को ऐतराज हुआ तो सभी थाने पहुंच गए। बाद में पुलिस की मौजूदगी में तय हुआ कि ये बोर्ड हटाकर दूसरा लगाया जाए। इसके बाद मामला शांत हुआ।
बताया गया है कि गांव के कुछ लोगों ने महाराणा प्रताप और पृथ्वीराज चैहान की तस्वीरों के साथ ‘ठाकुर ग्राम‘ लिखा साइनबोर्ड लगा दिया था। इसके बाद गांव के अनुसूचित जाति और कश्यप जाति के लोगों के साथ ही मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इसकी शिकायत हस्तिनापुर थाने में की।
उन्होंने आरोप लगाया कि गांव लोग ठाकुर लोगों को उकसा रहे हैं और यहां पर जातीय तनाव भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। बता दें कि करीब 8000 आबादी वाले इस गांव में ठाकुर बिरादरी के ज्यादा लोग रहते हैं। इस गांव में अनुसूचित जाति, मुस्लिम, कश्यप, सिख और अन्य समुदाय को लोग भी रहते हैं लेकिन उनकी संख्या कम है।
वहीं ये मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद शुक्रवार को हस्तिनापुर के थाना प्रभारी अशोक कुमार ने गांव का दौरा किया। उन्होंने इस मुद्दे का हल करने के लिए ग्रामीणों के साथ बैठक की।
थाना प्रभारी ने दावा किया कि मुद्दे के हल के बाद दोनों पक्षों के सदस्यों ने लिखित रूप में इस बात पर सहमति जताई कि बोर्ड पर ‘बस्तोरा नारंग गांव आपका स्वागत करता है‘ लिखा जाएगा। हालांकि ग्रामीणों ने कहा कि ठाकुरों ने बोर्ड से सबकुछ हटाकर स्वागत वाली बात लिखने के बाद ‘ठाकुर‘ और ‘राजपूताना‘ शब्द को छोड़ दिया था।
एक ग्रामीण देशराज कश्यप ने कहा कि यह सब बुधवार को शुरू हुआ जब ठाकुरों के एक समूह ने पीएम सौभाग्य योजना को लेकर लगे एक बोर्ड पर महाराणा प्रताप और पृथ्वीराज चैहान के चित्रों के साथ ‘ठाकुर ग्राम बस्तोरा नारंग में आपका हार्दिक स्वागत है‘ लिखकर गांव के प्रवेश द्वार पर लगा दिया था।