खुशियों के बीच छाया मातम: कुशीनगर में शादी समारोह के दौरान कुआं ढहने से 13 की मौत, एक दर्जन से अधिक घायल
रात में हल्दी के मटकोड़ की रस्म के दौरान अचानक कुएं का स्लैब टूट गया और 25 से अधिक महिलाएं, युवतियां व बच्चे भरभराकर कुएं में गिर गए। मृतकों में से दो की पहचान नहीं हो सकी है। घटना होते ही गांव में मातम छा गया। सूचना पर पुलिस पहुंची और आसपास के लोगों के साथ मिलकर सबको कुएं से निकाला।
कुशीनगर। यूपी कुशीनगर जिले में एक बड़ा हादसा हो गया। इस हादसे की वजह से एक गांव में खुशियों के बीच अचानक मातम छा गया। चारों तरफ से रोने —चीखने की आवाज आने लगी। हर तरपफ से बचाने के लिए लोग आवाज लगाने लगे।
दरअसलनेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के नौरंगिया गांव में वैवाहिक समारोह में बुधवार देर रात हुए हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई। रस्म के दौरान कुएं का स्लैब टूटने से हादसा हुआ। मरने वालों में महिलाएं, किशोरी और बच्चियां शामिल हैं। एक दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल है, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कुएं में और लोगों के होने की आशंका पर, देर रात तक बचाव कार्य चलता रहा।
मालूम हो कि रात में हल्दी के मटकोड़ की रस्म के दौरान अचानक कुएं का स्लैब टूट गया और 25 से अधिक महिलाएं, युवतियां व बच्चे भरभराकर कुएं में गिर गए। मृतकों में से दो की पहचान नहीं हो सकी है। घटना होते ही गांव में मातम छा गया।
सूचना पर पुलिस पहुंची और आसपास के लोगों के साथ मिलकर सबको कुएं से निकाला। गांव से जिला अस्पताल तक हाहाकार मचा रहा। कमिश्नर, डीआईजी, डीएम, एसपी ने मौके पर पहुंचकर राहत-बचाव कार्य की जानकारी ली। साथ ही पीड़ित परिवार को हर संभव मदद दिलाने का भरोसा दिलाया है।
हल्दी की रस्म चल रही थी
नौरंगिया गांव के स्कूल टोला निवासी परमेश्वर कुशवाहा के बेटे अमित कुशवाहा के विवाह पूर्व, बुधवार देर रात हल्दी की रस्म अदा की जा रही थी। घर से करीब 100 मीटर दूर स्थित कुएं के सामने मटकोड़ (विवाह के पहले की रस्म) का कार्यक्रम चल रहा था।
जिस कुएं के पास कार्यक्रम चल रहा था, उसे आरसीसी स्लैब बनाकर बंद किया गया था। रस्म के दौरान बड़ी संख्या में महिला, युवती व बच्चियां कुएं पर बने स्लैब पर जाकर खड़े हो गए। अचानक स्लैब टूट गया और उसपर खड़ी महिला, युवतियां व बच्चियां कुएं में समा गईं। कुआं काफी गहरा है। पानी भी भरा था। इस घटना के बाद चीख-पुकार मच गई।
डॉक्टरों ने 13 को मृत घोषित
ग्रामीणों ने लोगों को कुएं से निकालना शुरू किया, लेकिन अंधेरा होने की वजह से कोई खास सफलता नहीं मिल सकी। इस बीच किसी व्यक्ति ने घटना की सूचना पुलिस को दी। दल-बल के साथ आए पुलिसकर्मियों ने राहत-बचाव कार्य तेज किया।
जिन लोगों को कुएं से बाहर निकाला गया, उन सबको जिला अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने परीक्षण किया और 13 लोगों को मृत घोषित कर दिया। सबके शव जिला अस्पताल की मोर्चरी के पास रखा गया है। यह देखकर हर कोई रोने लगा। एक साथ 13 शव देखकर सबकी रूह कांप गई।
इन मृतकों की हुई पहचान
1- पूजा यादव (20) पुत्री बलवंत
2- शशिकला (15) पुत्री मदन
3- आरती (13) पुत्री मदन
4- पूजा चौरसिया (17) पुत्री राम बड़ाई
5- ज्योति चौरसिया(10) राम बड़ाई
6- मीरा (22) पुत्री सुग्रीव
7- ममता (35) पत्नी रमेश
8- शकुंतला (34) पत्नी भोला
9-परी (20) पुत्री राजेश
10- राधिका (20) पुत्री महेश कुशवाहा
11- सुंदरी (9) पुत्री प्रमोद कुशवाहा
इनमें से दो महिलाओं की शिनाख्त नहीं हो पाई है। डीएम ने हादसे में मरने वाले प्रत्येक के परिजन को चार-चार लाख रुपये सहायता राशि दिए जाने की बात कही है।
घायलों की हालत गंभीर
अंधेरा होने के बाद ग्रामीणों ने अपनी जान की परवाह नहीं की और अंधेरे के बीच गहरे कुएं में उतर गए। एक करके महिला, युवती व बच्चियों को बाहर निकालना शुरू किया। छह लोगों को बाहर निकाला जा सका था। इस बीच पुलिस भी आ गई।
ग्रामीणों के अनुसार पुलिस की मौजूदगी में 25 महिला, युवती और बच्चियों को कुएं से बाहर निकाला गया है। कई घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इन सबका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक कइयों की हालत गंभीर बनी हुई है।
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