पश्चिमी यूपी बन रहा आतंकियों का ठिकाना, मेरठ से खालिस्तानी आतंकी चढ़ा एनआईए के हत्थे
एनआईए को जानकारी मिली थी कि फरार आरोपी पश्चिमी यूपी के शूटरों के साथ गिरोह बनाकर काम कर रहे हैं। इनके कुछ ठिकानों से खाली बुलेट कारतूस, नशीला पदार्थ युक्त एक पॉलीथिन बैग, कॉम्पैक्ट ड्राइव सहित डिजिटल उपकरण, मोबाइल फोन, सिम कार्ड और कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए थे।
मेरठ। यूपी के मेरठ समेत तमाम जिले आंतकियों के लिए पनाहगार साबित होते जा रहे है। यूपीएटीएस लगातार कार्रवाई कर इनकी कमर तोड़ने में लगी है। इसी क्रम में पंजाब से फरार चल रहे खालिस्तानी आतंकवादी गगनदीप सिंह को एनआईए ने मंगलवार को मेरठ से गिरफ्तार किया।
पुलिस को जानकारी मिली थी कि वह मेरठ के शूटरों के साथ गैंग बनाकर देश भर में हथियारों की तस्करी कर रहा था। गगनदीप और उसके कई साथियों के खिलाफ पंजाब के मोगा में रंगदारी वसूलने और मादक पदार्थों की तस्करी के मामले में मई में एफआईआर दर्ज की गई थी।
सूत्रों से मिली जानकारारी के अनुसार गगनदीप खालिस्तान टाइगर फोर्स के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर का खास आदमी है उसे अब कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने एनआईए की अपील पर 08 दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड भी मंजूर कर दी है।
एनआई पंजाब से फरार चल रहे खालिस्तानी आतंकी मोगा निवासी अर्शदीप सिंह, बरनाला, चरणजीत सिंह उर्फ रिंकू और फिरोजपुर के रमनदीप सिंह की तलाश में कई दिनों से मेरठ और मुजफ्फरनगर में उनके संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी।
इसी दौरान एनआईए को जानकारी मिली थी कि फरार आरोपी पश्चिमी यूपी के शूटरों के साथ गिरोह बनाकर काम कर रहे हैं। इनके कुछ ठिकानों से खाली बुलेट कारतूस, नशीला पदार्थ युक्त एक पॉलीथिन बैग, कॉम्पैक्ट ड्राइव सहित डिजिटल उपकरण, मोबाइल फोन, सिम कार्ड और कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए थे।
छापे के दौरान मिले इनपुट के जरिये एनआई ने उत्तर प्रदेश के मेरठ में थाना बहसुमा के फिरोजपुर रामराज सैफपुर पुराने गुरुद्वारे के पास टावर वाली गली से गगनदीप सिंह को गिरफ्तार किया। एनआई की जांच में सामने आया कि यह आतंकी कुछ विदेशी संगठनों के साथ भी जुड़े थे।
खालिस्तानी आतंकियों को गगनदीप ने दिए हथियार
एनआई की जांच में पता चला कि गिरफ्त में आया गगनदीप सिंह केटीएफ को हथियार सप्लाई कर रहा था। उसने कुछ 9एमएम पिस्टल और गोला बारूद भी उपलब्ध कराए थे, जिसका साक्ष्य एनआई को मिला है।
इन हथियारों का इस्तेमाल पंजाब के व्यापारियों से रंगदारी वसूलने के लिए उन्हें धमकाने में किया जा रहा था।एनआई तीन आरोपियों को पहले गिरफ्तार कर चुकी है। उन आरोपियों ने पंजाब में रहने वाले तीन व्यापारियों की हत्या कर दी थी और कई अन्य कारोबारी उनके निशाने पर थे।
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