प्यार की राह में घर वाले आए तो प्रेमी-प्रेमिका ने रात में की शादी, सुबह मिला दोनों का अधजला शव
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शुक्रवार की रात घर वालों की नजरों से छिपकर मिलने पहुंचा था। प्रेमी-युगल ने सबसे पहले अपने प्यार को शादी के बंधन में बाधा फिर जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। क्योंकि दोनों के घर वालों को उनका प्यार मंजूर नहीं था। शनिवार सुबह दोनों का शव मिलने से गांव में सनसनी फैल गई।
संतकबीर नगर। वेलेंटाइन डे सप्ताह इस समय चल रहा है। इसे प्रेमी प्रेमिकाओं के मिलन का सप्ताह माना जाता है। हर उस प्रेमी के इस सप्ताह में मिलने की कोशिश होती है, जिसके प्यार में कोई बाधा आ रही हो।
शायद इसी आस में सन्तकबीरनगर जिले का एक प्रेमी जोड़ा शुक्रवार की रात घर वालों की नजरों से छिपकर मिलने पहुंचा था। प्रेमी-युगल ने सबसे पहले अपने प्यार को शादी के बंधन में बांधा।
क्योंकि दोनों के घर वालों को उनका प्यार मंजूर नहीं था। शनिवार सुबह दोनों का शव मिलने से गांव में सनसनी फैल गई। बताया गया है कि आनन- फानन में दोनों के परिजनों ने शनिवार की भोर में महुली क्षेत्र के बारीडीहा गांव के पास कुआनो नदी के किनारे एक ही चिता पर शवों को रखकर आग लगा दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने चिता से उतरवा कर दोनों की अधजली लाश को कब्जे में लिया।
युवती की हो गई थी शादी तय
दरअसल मूड़ाडीहा गांव निवासी 22 वर्षीय सागर पुत्र स्वर्गीय रामलगन और 19 वर्षीय कंचन पुत्री मुखराज आपस में प्रेम करते थे। दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन उनके परिजन तैयार नहीं थे। इधर प्रेमिका की शादी उसके परिजनों ने दूसरी जगह तय कर दी।
19 मई को प्रेमिका की शादी होनी थी। शुक्रवार की शाम प्रेमिका अपने प्रेमी के घर पहुंच गई। प्रेमी और प्रेमिका ने सादगी के साथ शादी कर ली। रात में प्रेमी के घर से 50 मीटर दूर स्थित पुआल के ढेर के पास दोनों की संदिग्ध हाल में लाश मिली।
बगैर पुलिस को सूचना दिए ही दोनों के परिजन कुछ ग्रामीणों की मदद से शनिवार की भोर में शवों को महुली क्षेत्र के बारीडीहा गांव के पास कुआनो नदी के किनारे ले गए और एक ही चिता पर रख आग लगा दी। इधर, किसी ने महुली पुलिस को घटना की सूचना दे दी।
चुपके शव जलाने की सूचना पर महुली पुलिस जब तक पहुंची, तब लोग वहां से भाग गए थे। बाद में एसपी, सीओ और धनघटा एसओ भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने दोनों की अधजली लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
चर्चा है कि परिजनों की सहमति के बगैर शादी करने की वजह से दोनों की पिटाई भी हुई थी। वैसे पुलिस जहर की शीशी मिलने की बात बताते हुए घटना को आत्महत्या करार दे रही है।
एसओ आरके गौतम ने बताया कि एसआई पवन कुमार की तहरीर पर प्रेमी-प्रेमिका के परिजन समेत आठ नामजद और 10 -15 अज्ञात के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और बगैर पुलिस को सूचना दिए शवों को जला कर साक्ष्य मिटाने की कोशिश के आरोप में केस दर्ज कर लिया है।
इस मामले में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि धनंजय पांडेय, प्रेमिका के चाचा सिकंदर, मां शकुंतला, प्रेमी की मां बबुनी देवी, भाई हरिद्वार और चौकीदार राम अछैवर को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। सीओ अंबरीष भदौरिया ने बताया कि अब तक की जांच में पता चला है कि युवक और युवती आपस में प्रेम करते थे और शादी करना चाहते थे।
दोनों के परिजन शादी के लिए तैयार नहीं थे। परिजनों की बगैर सहमति के दोनों ने शादी कर ली। इसी वजह से दोनों के परिजनों ने उन्हें आत्महत्या के लिए उकसाया। इसकी वजह से दबाव में आकर दोनों ने आत्मघाती कदम उठा लिया। पकड़े गए लोगों से पूछताछ की जा रही है।
एसपी डॉक्टर कौस्तुभ ने कहा कि पुलिस ने चिता से प्रेमी-प्रेमिका की अधजली लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पहली नजर में आत्महत्या का मामला लगा रहा है।
आत्महत्या के लिए उकसाने और साक्ष्य मिटाने की कोशिश के मामले में दोनों के परिजनों समेत आठ नामजद और 15 अज्ञात पर केस दर्ज कर लिया गया है। ऑनर किलिंग के बिंदु पर भी पुलिस जांच कर रही है। पुलिस की जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जैसी स्थिति होगी, आगे वैसी कार्रवाई की जाएगी।