बहराइच में दहेज के लिए सिपाही ने पत्नी को उतारा मौत के घाट, गिरफ्तार
शनिवार को थाना मुर्तिहा में तैनात सिपाही कौशल कुमार ने अपनी पत्नी की हत्या कर फंदे पर लटका दिया। आरोपी सिपाही जिला शाहजहापुर के थाना बंडा के गांव कलियानापुर का रहने वाला है। सिपाही की शादी शाहजहांपुर के थाना रामचंद्र मिशन ग्राम रैसर कोठी की पाायल उर्फ रानी के साथ हुआ था।
बहराइच।दहेज के लिए सिपाही ने पत्नी से पहले मारपीट कर जान ले ली, फिर आत्महत्या का मामला दिखाने के लिए फांसी के फंदे पर लटका दिया।
फिर अपने ससुर को घटना की जानकारी दी। जब मृतका के परिजन पहुंचे तो हंगमा किया। मृतका के पिता की तहरीर पर पुलिस ने दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस अपराध में आरोपी का साथ देने के लिए एक महिला सिपाही का नाम भी सामने आया है।
आरोपी सिपाही को पत्नी की हत्या करने के जुर्म में सस्पेंड कर गिरफ्तार कर लिया गया है।शनिवार को थाना मुर्तिहा में तैनात सिपाही कौशल कुमार ने अपनी पत्नी की हत्या कर फंदे पर लटका दिया।
आरोपी सिपाही जिला शाहजहापुर के थाना बंडा के गांव कलियानापुर का रहने वाला है। सिपाही की शादी शाहजहांपुर के थाना रामचंद्र मिशन ग्राम रैसर कोठी की पाायल उर्फ रानी के साथ हुआ था। पायल पति से मिलने के लिए तीन माह पहले मूर्तिहा आई थी, जिसके बाद वह पति के साथ रह रही थी।
मृतका के पिता ओमपाल सिंह ने सिपाही कौशल और उसके माता-पिता पर पायल को दहेज के लिए परेशान करने और उसकी हत्या कर शव को फंदे पर लटकाने के आरोप का लगाकर थाने में तहरीर दी है।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ दहेज हत्या समेत अन्य कई मामलों में मुकद्दमा दर्ज कर लिया है। पायल के पिता ने बताया कि जब मुझे बेटी के मरने की खबर मिली तो मैं घटनास्थल पर पहुंचा तो बेटी के पैर जमीन पर टिके हुए थे, शरीर पर चोट के निशान भी थे।
इस संबंध में सीओ नानपारा जंगबहादुर यादव ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा दिया गया है। आरोपी के खिलाफ पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। सिपाही को सस्पेंड कर जेल भेज दिया है।
आरोपी का मोबाइल पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है, जिसमें काॅल डिटेल से पता लगाया जाएगा कि वह महिला सिपाही कौन है जो हत्यारे का साथ दे रही थी। बेटी मौत की सूचना से उसकी मां समेत अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं पिता का कहना है कि उसने हैसियत के अनुसार उनकी हर मांग पूरी की,लेकिन मांग कभी खत्म नहीं हो सकीं अंतत: उन लोगों ने मेरी बेटी की जान ले ली।