महिला सिपाही बनाना चाहती थी अवैध संबंध, पुलिस जवान ने लगाई फांसी
अपडेट हुआ है:
खुर्जा देहात थाने में तैनात सिपाही सुनील कुमार सोमवार शाम ड्यूटी खत्म कर भूड़ चौराहे स्थित एक होटल पहुंचा और एक कमरा बुक किया। मंगलवार दोपहर करीब दो बजे सिपाही का दोस्त उससे मिलने पहुंचा। काफी खटखटाने पर भी जब दरवाजा नहीं खुला तो उसने दरवाजा तोड़ने का प्रयास किया।
बुलंदशहर। बुलंदशहर के भूड़ चौराहा स्थित एक होटल के कमरे में सिपाही ने महिला कांस्टेबल से परेशान होकर मंगलवार को पंखे से लटक कर खुदकुशी कर ली।
पुलिस को वहां से तीन सुसाइड नोट भी मिले हैं। ये तीनों एसएसपी, पत्नी और महिला कांस्टेबल के नाम हैं। सुसाइड नोट में सिपाही ने महिला कांस्टेबल पर शारीरिक संबंध बनाने, अनैतिक मांग करने और चरित्रहीनता का आरोप लगाया है।
जानकारी के अनुसार खुर्जा देहात थाने में तैनात सिपाही सुनील कुमार सोमवार शाम ड्यूटी खत्म कर भूड़ चौराहे स्थित एक होटल पहुंचा और एक कमरा बुक किया। मंगलवार दोपहर करीब दो बजे सिपाही का दोस्त उससे मिलने पहुंचा।
काफी खटखटाने पर भी जब दरवाजा नहीं खुला तो उसने दरवाजा तोड़ने का प्रयास किया। होटल मैनेजर की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस दरवाजा तोड़कर कमरे में दाखिल हुई तो सुनील पंखे से लटक रहा था।
एसएसपी संतोष कुमार सिंह, एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल की। पुलिस को कमरे से तीन सुसाइड नोट भी मिला। सुनील कुमार मूलरूप से कुल्हेड़ी गांव थाना चरथावल जिला मुजफ्फरनगर का रहने वाला था।
पत्नी सुमन दो बच्चों के साथ पुलिस लाइन क्वार्टर में रहती है। मृतक सिपाही मरने से पूर्व तीन पत्र लिखा जिस पढकर हर किसी के आंखों आंसू आ जा रहा है।
मैं तुम सबको छोड़कर जा रहा हूं
पत्नी को संबोधित करते हुए सुनील ने पत्र में लिखा है कि वह हमेशा उसे चरित्रवान समझती थी, लेकिन यह सच नहीं है। डायल 112 पर तैनात महिला कांस्टेबल उसे तंग कर रही है, जो वह बर्दाश्त नहीं कर पा रहा है।
उसने जीने की बहुत कोशिश की, लेकिन महिला आरक्षी द्वारा बार-बार धमकी दी जा रही है। बहुत डर चुका हूं, न खा पा रहा हूं और न ही पी पा रहा हूं। मेरी मृत्यु मेरे हाथों जरूर हो रही है, लेकिन यह समझ लेना यह कदम आरोपी महिला आरक्षी के द्वारा उठवाया जा रहा है।
मैं बहुत दुखी हूं, यह समझ लो कि मैं तुम सबको छोड़ कर जा रहा हूं। मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं, अपना और बच्चों का ख्याल रखना।
एसएसपी को लिखी ‘अंतिम इच्छा’
कमरे से मिले एक अन्य पत्र में सुनील ने सबसे ऊपर ‘अंतिम इच्छा’लिखा है । एसएसपी और पुलिस परिवार को संबोधित किया गया है। इस पत्र के माध्यम से सुनील ने निवेदन करते हुए कहा है कि वह अपनी मौत नहीं मर रहा है। मरने पर मजबूर किया गया है।
महिला आरक्षी के कहर से बचने के लिए मेरे पास और कोई रास्ता नहीं है। मैं विभाग में शहीद की मौत मरना चाहता था, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। मेरी मौत पर आप सभी अपना अपना एक दिन का वेतन देकर मेरे छोटे-छोटे बच्चों को जीने का सहारा दें। मेरी आत्मा आप सभी को दुआ देगी।
प्रार्थना करता हूं, तू बर्बाद रहे हमेशा’
मृतक सिपाही सुनील ने एक पत्र में आरोपी महिला आरक्षी को संबोधित करते हुए बहुत से आरोप लगाए हैं। उसने लिखा है कि मैं चरित्रहीन बिल्कुल नहीं हूं।
तुझसे अपनी इज्जत खराब करा लूं, उससे बेहतर है मैं खुद ही मर जाऊं। मैं तुझसे तंग आ गया हूं, इसलिए मैं मर रहा हूं। यह तय है कि तूने मेरा घर परिवार बर्बाद कर दिया। तू भी कभी खुश नहीं रहेगी। भगवान से प्रार्थना करता हूं कि तू हमेश बर्बाद ही रहे।
परिजन का रो-रोकर बुरा हाल
मृतक सिपाही सुनील की पत्नी का वारदात के बाद से रो रोकर बुरा हाल है। वह घटना स्थल पर पहुंच कर बार-बार बेहोश हो रही थीं। बार-बार पुलिसकर्मियों व अन्य लोगों से एक बार पति के पास लेकर जाने की गुहार लगा रही थीं।
वो बार -बार पूछ रही थीं कि वो ठीक तो हो जाएंगे न, मुझे बस एक बार दिखा दो उन्हें। जब शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया जाने लगा तब भी वह बार बार बेसुध हो रही थीं। बेसुध होने पर परिजन उसे अपने कंधे पर लादकर मौके से लेकर गए।