बसपा सांसद पर रेप का आरोप लगाने वाली महिला की भी मौत: 9 दिन के अंदर दोनों ने दम तोड़ा
पीड़ता को इंसाफ दिलाने के लिए उसके साथ आग लगाने वाला सत्यम ही इस मामले में मुख्य गवाह था। मालूम हो कि पीड़ित और उसके साथी ने आग लगाने से पहले सोशल मीडिया पर वीडियो का LIVE प्रसारण किया था। इस वीडियो में दोनों ने कहा था कि वे सरकारी तंत्र से प्रताड़ित होने के बाद बुरी तरह से निराश हो चुके हैं।
वाराणसी। 16 अगस्त को रेप पीड़िता ने यूपी के मऊ सीट से बसपा सांसद अतुल राय पर रेप का आरोप लगा कर अपने साथी के साथ सुप्रीम कोर्ट के बाहर आत्मदाह किया था। पहले युवती के साथी की मौत हो गई, अब युवती ने भी दम तोड़ दिया।
दोनों को गंभीर हालत में राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पीड़िता के साथी सत्यम की तीन दिन पहले मौत हो गई थी और अब युवती ने भी दम तोड़ दिया।
पीड़ता को इंसाफ दिलाने के लिए उसके साथ आग लगाने वाला सत्यम ही इस मामले में मुख्य गवाह था। मालूम हो कि पीड़ित और उसके साथी ने आग लगाने से पहले सोशल मीडिया पर वीडियो का LIVE प्रसारण किया था। इस वीडियो में दोनों ने कहा था कि वे सरकारी तंत्र से प्रताड़ित होने के बाद बुरी तरह से निराश हो चुके हैं।
सांसद अतुल राय ने अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए उन्हें खूब प्रताड़ित किया। पुलिस और जजों की मिली भगत से उसे न्याय नहीं मिल पा रहा है। इसी वजह से वह और उसके साथ हुई घटना का गवाह आत्मदाह के लिए मजबूर हुए हैं।
वीडियो में पीड़ित के दोस्त ने कहा था, "उन लोगों ने पैसों का प्रलोभन छोड़कर भूखे-प्यासे रहकर अतुल राय के खिलाफ कानूनी लड़ाई जारी रखी थी, ताकि कानून और पुलिस व्यवस्था में लोगों का भरोसा बढ़े। अब हम लोग एक नेक्सस में फंस गए हैं। हम लोगों के पास भी अगर राजनीतिक आश्रय होता, तो शायद हमें इस कदर परेशान नहीं होना पड़ता।
वीडियो में इन लोगों के लिए थे नाम
आत्मदाह से पहले सोशल मीडिया पर लाइव वीडियो बनाते समय दोनों ने कहा था कि अतुल राय के इशारे पर वाराणसी के पूर्व SSP अमित पाठक, पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर, निलंबित डिप्टी SP अमरेश सिंह बघेल, दरोगा संजय राय और उसका बेटा समेत कुछ जज उनके पीछे पड़े हुए हैं।
सभी की मिलीभगत से दोनों पर फर्जी प्रकरण दर्ज हो रहे हैं। पीड़ित के साथ न्याय की बजाय उसे चरित्रहीन साबित करने का प्रयास किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में पुलिस और अदालत के साथ ही प्रधानमंत्री कार्यालय से भी उन्हें मदद नहीं मिल पाई।
2 सदस्यीय दल कर रहा जांच
रेप पीड़िता और उसके गवाह के आत्मदाह मामले की जांच के लिए UP सरकार ने 2 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। जांच समिति में पुलिस महानिदेशक डॉ. आरके विश्वकर्मा और नीरा रावत शामिल हैं।
जांच के क्रम में समिति ने सबसे पहले 23 अगस्त को पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर का बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया है। इसके बाद बारी-बारी से सभी पुलिस अफसर जांच समिति के सामने पेश होकर अपना बयान दर्ज कराएंगे। बयान दर्ज करने के बाद समिति अपनी रिपोर्ट प्रदेश सरकार को सौंपेगी।
पीड़िता बलिया की रहने वाली थी
रेप पीड़िता बलिया जिले की रहने वाली और वाराणसी में UP कॉलेज की पूर्व छात्रा थी। उसने 1 मई 2019 को लंका थाने में बसपा सांसद अतुल राय के खिलाफ रेप समेत अन्य आरोपों का मामला दर्ज कराया था। अतुल राय बीते सवा 2 साल से प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में बंद हैं।
वहीं गाजीपुर जिले के भांवरकोल क्षेत्र के सियाड़ी गांव निवासी इंद्रबली राय के बेटे सत्यम प्रकाश राय साल 2013 में वाराणसी के UP कॉलेज के छात्रसंघ के पदाधिकारी रहे थे।
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