विश्व पर्यावरण दिवस: पीपुल्स यूनिटी फोरम ने किया वृक्षारोपण, दिया ये संदेश
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पीपुल्स यूनिटी फोरम व अमलतास के संयुक्त तत्वावधान में वृक्षारोपण का कार्यक्रम वरिष्ठ सामाजिक चिंतक रामकिशोर के नेतृत्व में अलीगंज में गोयल चौराहा स्थित पोस्ट आफिस परिसर मे किया गया। इस अवसर पर आंवला, सहजन, शहतूत, जामुन, अमरुद, बलहड़ व अन्य पौधे लगाये गये।
लखनऊ।अन्तर्राष्ट्रीय पर्यावरण दिवस के अवसर पीपुल्स यूनिटी फोरम व अमलतास के संयुक्त तत्वावधान में वृक्षारोपण का कार्यक्रम वरिष्ठ सामाजिक चिंतक रामकिशोर के नेतृत्व में अलीगंज में गोयल चौराहा स्थित पोस्ट आफिस परिसर मे किया गया।
इस अवसर पर आंवला, सहजन, शहतूत, जामुन, अमरुद, बलहड़ व अन्य पौधे लगाये गये। कार्यक्रम में पोस्ट आफिस के समस्त कर्मचारियों के अतिरिक्त एडवोकेट वीरेंद्र त्रिपाठी, अमलतास के सचिव अजय शर्मा, एआईडब्लूसी के अध्यक्ष ओ. पी. सिन्हा व अन्य लोग शामिल हुए। उपस्थित लोगों ने वृक्षारोपण कर पर्यावरण को बचाने का संकल्प लिया।
वृक्षारोपण के बाद पर्यावरण और परिस्थिति की समस्याएं और मानव समाज की जिम्मेदारी विषय पर आनलाइन परिचर्चा का आयोजन किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता सोशलिस्ट चिंतक रामकिशोर ने व संचालन एडवोकेट वीरेन्द्र त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम में बोलते हुए वक्ताओं ने कहा कि प्रकृति के प्रति प्रेम व आदर की भावना, सादगीपूर्ण जीवन पद्धति और वानिकी के प्रति नई चेतना जागृत करनी होगी।
आज आवश्यकता इस बात की है कि मनुष्य के मूलभूत अधिकारों में जीवन के लिये एक स्वच्छ एवं सुरक्षित पर्यावरण को भी शामिल किया जाए। इसके लिये सघन एवं प्रेरणादायक लोक-जागरण अभियान भी शुरू करने होंगे। उन्होंने कहा कि आज हमें यह स्वीकारना होगा,
कि हरा-भरा पर्यावरण, मानव जीवन की प्रतीकात्मक शक्ति है और इसमें समय के साथ-साथ हो रही कमी से हमारी वास्तविक ऊर्जा में भी कमी आई है। कहा गया कि पर्यावरण रक्षा की सार्थक पहल ही पर्यावरण को सन्तुलित बनाए रखने की दिशा में किये जाने वाले प्रयासों में गति ला सकती है।
पर्यावरण संरक्षण की चेतना की सार्थकता तभी हो सकती है जब हम अपनी नदियाँ, पर्वत, पेड़, पशु-पक्षी, प्राणवायु और हमारी धरती को बचा सकें। इसके लिये सामान्य जन को अपने आस-पास हवा-पानी, वनस्पति जगत और प्रकृति उन्मुख जीवन के क्रिया-कलापों जैसे पर्यावरणीय मुद्दों से परिचित कराया जाये। युवा पीढ़ी में पर्यावरण की बेहतर समझ के लिये स्कूली शिक्षा में जरूरी परिवर्तन करने होंगे।
जिससे प्रत्येक छात्र अपने परिवेश को बेहतर ढंग से समझ सके। कार्यक्रम में अमलतास सामाजिक संस्था के सचिव अजय शर्मा, शिवाजी राय, ज्योति राय, ओ पी सिन्हा, डां. नरेश कुमार, हरिकिशन, जय प्रकाश, सुरेंद्र कुमार, सहित अन्य लोग शामिल रहे।