तबाही मचाने को यास बेताब, बंगाल और ओड़िशा में बारिश शुरू, चलेंगी तेज हवाएं
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात बुधवार सुबह ओडिशा के बालेश्वर व भद्रक जिले के बीच स्थित धामरा के निकट तट से टकराएगा। इस समय 155-165 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलेगी जो कि 185 किमी प्रतिघंटा तक भी पहुंच सकती है। मौसम विभाग ने बंगाल व ओडिशा के लिए रेड अलर्ट (भारी बारिश की आशंका) जारी किया है।
नई दिल्ली। ताउते तूफान के बाद एक बार फिर यास नाम का तूफान तबाही मचाने के लिए दस्तक दे चुका है। यास से खतरे को देखते हुए बंगाल और ओडिशा में 12 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
झारखंड, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और अंडमान निकोबार द्वीप में भी बचाव के लिए तैयारियां तेज कर दी गई हैं। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात बुधवार सुबह ओडिशा के बालेश्वर व भद्रक जिले के बीच स्थित धामरा के निकट तट से टकराएगा।
इस समय 155-165 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलेगी जो कि 185 किमी प्रतिघंटा तक भी पहुंच सकती है। मौसम विभाग ने बंगाल व ओडिशा के लिए रेड अलर्ट (भारी बारिश की आशंका) जारी किया है।
पश्चिम बंगाल में बारिश शुरू
यास तूफान की वजह से पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना में तेज हवाएं और बारिश हो रही है। पूर्वी मिदनापुर के दीघा में भी तेज हवाओं के साथ समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। चक्रवाती तूफान यास के लैंडफाल से पहले ओडिशा के पारादीप में तेज हवाएं चल रही हैं और भारी बारिश हो रही है।
भद्रक जिले के भामरा में भी तेज हवाएं चल रही हैं और भारी बारिश हो रही है। ओड़िशा के भद्रक जिले के धामरा में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार भीषण चक्रवाती तूफान यास बुधवार दोपहर तक 130-140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाओं के साथ लैंडफॉल होने की उम्मीद है।
एनडीआरएफ की 113 टीमें तैयार
तूफान से होने वाले नुकसान की तबाही से बचाने के लिए एनडीआरएफ ने पहली बार रिकॉर्ड संख्या में कुल 113 टीमें पांच राज्यों में तैनात की हैं। 52 टीमें ओडिशा और 45 टीमें बंगाल में तैनात की गई हैं। बाकी अन्य प्रभावित राज्यों में रहेंगी। इसके अलावा 50 टीमों को तैयार रखा गया है।
ताऊते की वजह से 26 लोगों की मौत की पुष्टि, 59 लोग अभी भी लापता, तलाश जारी
एनडीआरएफ के महानिदेशक एसएन प्रधान ने कहा कि पिछले तूफानों से सबक लेते हुए इस बार हमने अधिकतम टीमें लगाई हैं। राहत कार्य के लिए नौसेना के चार पोत भी तैयार रखे गए हैं।
तेज हवाओं की आशंका के कारण बंगाल में ट्रेन, विमान व जलपोत को जंजीरों से बांधा गया है। प्रभावित क्षेत्र से आने-जाने वाली ट्रेन रद कर दी गई हैं और आक्सीजन प्लांट की सुरक्षा पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है।
बिहार समेत इन राज्यों में तबाही मचा सकता है 'यास' तूफान, केन्द्र ने जारी किया अलर्ट
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि राज्य के हर नागरिक का जीवन अमूल्य है। किसी भी सूरत में इसे बचाना जरूरी है। मुख्यमंत्री ने स्थिति की निगरानी के लिए गृह राज्य मंत्री डीएस मिश्रा को भेजा है। बालेश्वर, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा व भद्रक जिले के सभी सरकारी कर्मियों की छुट्टी रद कर दी गई है।
डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि पारादीप से बंगाल के सागर द्वीप के बीच यास का सबसे अधिक प्रभाव दिखेगा। भद्रक जिले के धामरा व चांदबाली क्षेत्र सर्वाधिक प्रभावित होंगे। तूफान के जमीन से टकराने के छह घंटे पहले व छह घंटे बाद का समय सबसे महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि दो वर्ष पूर्व पुरी में टकराने वाले फनी चक्रवात की तुलना में यास का प्रभाव कम होगा।