योगी सरकार ने बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए स्कूल 14 जनवरी तक किए बंद
शादी समारोह व अन्य आयोजनों में बंद स्थानों में एक समय में सिर्फ 100 से अधिक लोग शामिल नहीं हो सकेंगे। खुले स्थान पर ग्राउंड की कुल क्षमता के 50 फीसदी ही लोग शामिल हो सकेंगे। वहीं शादी समारोह में शामिल होने के लिए मास्क-सैनीटाइजर की अनिवार्य कर दिया गया है। वहीं रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू रात 10 से प्रातः 06 बजे तक लागू रहेगा।
लखनऊ। यूपी में कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए योगी सरकार ने कक्षा दसवीं तक के सभी शासकीय व निजी विद्यालयों को 14 जनवरी तक बंद कर दिया है। स्कूल बंद होने के दौरान किशोरों का टीकाकरण जारी रहेगा।
वहीं प्रदेश के किसी जनपद में एक्टिव कोविड केस की संख्या अगर 1000 से अधिक होगी तो वहां जिम, स्पा, सिनेमाहॉल, बैंक्वेट हॉल, रेस्टोरेंट आदि सार्वजनिक स्थलों को 50 फीसदी क्षमता के साथ संचालित किया जाए।
शादी समारोह में 100 लोगों की अनुमति
शादी समारोह व अन्य आयोजनों में बंद स्थानों में एक समय में सिर्फ 100 से अधिक लोग शामिल नहीं हो सकेंगे। खुले स्थान पर ग्राउंड की कुल क्षमता के 50 फीसदी ही लोग शामिल हो सकेंगे। वहीं शादी समारोह में शामिल होने के लिए मास्क-सैनीटाइजर की अनिवार्य कर दिया गया है। वहीं रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू रात 10 से प्रातः 06 बजे तक लागू रहेगा। यह व्यवस्था 06 जनवरी से प्रभावी हो जाएगी।
कोविड हेल्प डेस्क बनाया
प्रदेश के सभी शासकीय, अर्धशासकीय, निजी, ट्रस्ट आदि संस्थाओं, कंपनियों, ऐतिहासिक स्मारक, कार्यालयों, धार्मिक स्थलों, होटल-रेस्त्रां, औद्योगिक इकाइयों में तत्काल प्रभाव से कोविड हेल्प डेस्क बनाने के निर्देश दिए गए हैं. जरूरत के अनुसार डे केयर सेंटर भी स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं बिना स्क्रीनिंग/सैनिटाइजेशन के किसी को परिसर में प्रवेश नहीं मिलेगा।
13 लोगों में ओमिक्रॉन की पुष्टि
वहीं प्रदेश में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट की पहचान के लिए जीनोम सिक्वेसिंग कर्रा गई है, इसमें 23 लोगों में ओमिक्रोन वैरिएंट की पुष्टि हुई है, इन सभी के संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग और टेस्टिंग कराने के निर्देश दिए गए हैं।निगरानी समिति और इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर को पूरी तरह सक्रिय करने के निर्देश दिए गए हैं।
घर-घर होगा टीकाकरण
शासन से जारी निर्देशों के अनुसार गांवों में प्रधान के नेतृत्व में और शहरी वार्डो में पार्षदों के नेतृत्व में निगरानी समितियां क्रियाशील रहेंगी। घर-घर संपर्क कर बिना टीकाकरण वाले लोगों को चिन्हित किया जाएगा। उनकी सूची जिला प्रशासन को दी जाएगी। जरूरत के मुताबिक लोगों को मेडिसिन किट उपलब्ध कराई जाएगी। कोविड के उपचार में उपयोगी जीवनरक्षक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
रोज चार लाख टेस्ट होंगे
टेस्टिंग के महत्व को देखते हुए हर दिन न्यूनतम तीन से चार लाख टेस्ट किए जाएंगें निजी प्रयोगशालाओं को कोविड टेस्टिंग के लिए अधिकृत करने से पूर्व उनके पिछले रिकॉर्ड देखे जाएंगे। वहीं सरकार ने क्वालिटी टेस्टिंग अनिवार्य किया है हर जिले के नोडल अधिकारी अपने संबंधित जिलों से संवाद करेंगे।
प्रदेश के सभी जनपदों में स्थापित किए गए इंटीग्रेटेड कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) को 24×7 एक्टिव रखा जाए। आइसीसीसी में विशेषज्ञ चिकित्सकों का पैनल मौजूद रहेगा.जो लोगों को टेलीकन्सल्टेशन की सुविधा देगा. आईसीसीसी हेल्पनंबर सार्वजनिक करके इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
लोग किसी जरूरत पर तत्काल वहां संपर्क कर सकते हैं। एम्बुलेंस 24×7 एक्टिव मोड में रहेंगी। पब्लिक एड्रेस सिस्टम का बेहतर उपयोग किया जाएगा. सीएम हेल्पलाइन से लोगों से संवाद किया जाएगा। इसी प्रकार माघ मेला' में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 48 घंटे पूर्व की कोविड आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता लागू किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
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