भारत दीप
देशज
परदेश
उत्तर प्रदेश
बैंकिंग
आंचलिक
अपराध
तीखावार
युवा
धर्म-ज्योतिष
आरोग्य
काम की बात
hindi kavita
‘आज किसानों पर भी देखो कितनी विपदा भारी है जबकि देश के भोजन की भी इन पर जिम्मेदारी है‘
6 माह बाद फिर हुआ कवियों का संगम, कहा- गीत मैं गाने चला हूं, तुम भी स्वर में स्वर मिला दो
हम हिंदू हैं, हिंद देश है, हिंदी मेरी भाषा है, विश्वपटल पर हिंदी गूंजे ये मेरी अभिलाषा है